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सयुक्तवर्णों का लोप
शब्द संग्रह (फल वर्ग २) पतीता-महुकक्कडी (सं)
बेर-बोरं इमली-चिंचा, कुट्ठा
आलुबुखारा--आरुयं (सं) खजूर-खज्जूरो
बदाम--वायायो नेत्तोवमफलं अंगूर-दक्खा
नारियल-~णारिएलो बिजोरा-माहुलिंगो
नींब का फल-णिबोलिया फालसा-अप्पट्टि (सं)
मौसंबी (मौसंबी)मौसंबी सुपारी-पोप्फलं
अजीर-काउंबरी खुमानी-खुमाणी (सं)
काजू-काजू अगो (सं) सिंघाडा-सिंघाडयो, सिंघाडगं पिस्ता-णिकायगो (सं) अखरोट---अक्खोडबीयं
तालमखाना-कोइलक्खी (त्रि.) मुनक्का-गोत्थणी (सं)
किसमिस-अबीया, ईसिबीया (सं)
ग्रास--गासो
गलना---गलणं व्याकरण-वागरणं
स्वाद-साओ
धातु संग्रह विअक्क-विमर्श करना
गिज्झ-आसक्त होना विअक्ख-देखना
गुंठ-धूसरित होना, धूलि के रंग गस-खाना, निगलना
__ का होना गाअ-गाना
गुण-गुनना, याद करना गाल---छानना
गुड-हाथी के कवच आदि से सजाना गुड-नियंत्रण करना
गुड-नियंत्रण करना , संयुक्तवर्णों का लोप
संयुक्त व्यंजनों में पहले वर्ण को ऊर्ध्व और दूसरे को अधो कहते हैं । दूसरे शब्दों में पहले वर्ण को पूर्ववर्ती और दूसरे को उत्तरवर्ती भी कह सकते
नियम ३६४ (क-ग-ट-उ-त-द-प-श-प-सकपा मूवं लु २७७) संयुक्त वर्गों में क, ग, ट, ड आदि ऊर्ध्व हों तो उनका लुक होता है। क- भुक्तं (भुत्तं) । मुक्तं (मुत्तं) । सिक्थं (सित्थं) ।
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