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________________ ४६ संयुक्त व्यंजन परिवर्तन (५) शब्द संग्रह (धान्य वर्ग १) मूंग----मुग्गो उडद-~-मासो जो-जवो मोठ-वणमुग्गो, मकुट्ठो (सं) मक्का--मकायो, महाकायो (सं) मटर-कलायो खेसारी-तिपुडो (सं) चना-चणओ, चणो बाजरा---बज्जरी (सं) कुलथी-कुलत्थो, कुलमासो साठीधान-साली चवला-आलिसंदो सावां-सामयो (सं) शरबीज-चारुगो (सं) पापड--पप्पडो पोला-पोलं (दे०) पदार्थ - पयत्थो धातु संग्रह कल--संख्या करना, गिनना किड्ड (क्रीड्) खेलना, क्रीडा करना कव (कु) आवाज करना किर–फेंकना, बिखेरना कह (क्वथ्) उबालना किलिस-थक जाना कास-कासना, खांसी की आवाज करना कीण-खरीदना कुच्छ-धिक्कारना, निंदा करना प, फ, ब, भ, म आदेश नियम ३४८ (इम-क्मो २।५२) ड्म और क्म को प आदेश होता है। ड्म>प-कुड्मलं (कुम्पलं) म>प-रुक्मिणी (रुप्पिणी) । रुक्मी (रुप्पी) । सम>प-(क्वचित् मोपि) रुक्मी (रुच्मी, रुप्पी) नियम ३४६ (भस्मात्मनोः पो वा २१५१) भस्मन् और आत्मन् शब्दों के संयुक्त को प आदेश विकल्प से होता है । स्म>प-भस्म (भप्पो, भस्सो) । त्म>प-आत्मा (अप्पा, अत्ता) (क्वचिन्न भवति) प>प-निष्प्रभः (निप्पहो) । निष्पुंसनं (निप्पुंसणं) स्प>प-परस्परं (परोप्पर) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
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