SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 136
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ३४ विद्याविज्जा कालेज ---महाविज्जालयो कक्षा-कक्खा कालांश - समय विभागो प्रिंसिपल -- -- पहाणसिक्खवओ कुलपति कुलवई (पुं) स्नातक-- हाओ उत्तीर्ण- उत्तिष्णं स्वरादेश (११) शब्द संग्रह (विद्यालय ) प्रश्नपत्र --- पण्हपत्तं कलम - लेहणी स्याही - मसी (स्त्री) गुरु, अध्यापक — उवज्झायो सिक्खवओ उत्तर-- उत्तर देना अग कर --- नकल करना मुस—- चुराना अइगच्छ — गमन करना विद्यालय - विज्जालय (पु. न. ) पाढसाला विश्वविद्यालय --- विस्सविज्जालयो ( सं ) -छत्तो, विज्जट्ठि (पुं) वस्ता-वेणं (सं) छात्र विभागाध्यक्ष - विभागाज्झक्खो (सं) पुस्तक-पोत्थयं वेतन-वेयणं प्रश्न - पण्हो, पहा छुट्टीपत्र —– अवगासपत्तं परीक्षा-परिक्खा Jain Education International बोर्ड फलगं इन्सपेक्टर - णिरिक्खओ (सं) उत्तर पत्र - उत्तरपत्तं धातु संग्रह निक्कस — बाहर निकलना पहुच्च — पहुंचना अइक्कम - अतिक्रमण करना अंगीकर — स्वीकार करना अक्कम --- आक्रमण करना अंच, अच्च ---- पूजा करना ओ को अ, ऊ, अउ, आअ आदेश औ को ओ, उ, आ, अउ, आव आदेश नियम १९८५ ( ओतोद् वान्योन्य - प्रकोष्ठातोद्य-शिरोवेदना-मनोहरसरोरुहे क्तोश्च वः १।१५६ ) अन्योन्य, प्रकोष्ठ, आतोद्य, शिरोवेदना, मनोहर, सरोरुह - इन शब्दों के ओकार को अ विकल्प से होता है । ओ 7 अ -- अन्नन्नं, अन्नुन्नं (अन्योन्यं) पवट्ठो, पउट्ठो ( प्रकोष्ठः) आवज्जं आउज्जं (आतोद्यं) सिरविअणा, सिरोविअणा ( शिरोवेदना ) मणहरं मोहरं ( मनोहरं ) सररुहं, सरोरुहं ( सरोरुहं ) For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.002024
Book TitlePrakrit Vakyarachna Bodh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahapragna Acharya
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year1991
Total Pages622
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Grammar, & Literature
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy