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स्वरादेश (६) ओ उ-कोऊहलं, कुऊहलं, कोउल्लं (कुतूहलम्) प्रयोग वाक्य
___वडगं दहिणा सह साउ भवइ । पक्कवडिया उण्हा चेअ रुइअरा भवइ । चिंचाए (इमली) सह पिट्टियाए सायो विसिट्ठो होइ । अहं समोसं न खाआमि किं य तस्स अंतराले उण्हावेसवारा (गर्ममसाला) संति । वडि को भुंजइ ? कूलपी भक्खणे सीयला परिणामे उण्हअरा हवइ। अवदंसम्मि चिंचाए पहाणत्तं (प्रधानता) विज्जइ । अज्जत्ता चायेण दुद्धस्स हाणं गहिरं । जणा कग्घि दक्खिणभारहे अहियं पिबंति । समये समये संहाणस्स उवओगो भवइ । महिलाउ घरे मिट्ठपागो रक्खइ । धातु प्रयोग
__ सेणा देसं रक्खइ । जो आयरियभिक्खुस्स नाम समरइ तं देवो रक्खाइ । जो साहुं निमंतेइ तस्स गिहे साहू भिक्खट्टन गच्छइ । गुरू सीसं तालेइ । पक्खिणो आयासं उड्डींति । हं पगे पुव्वं जागरामि । आयरिओ अयम्मि वरिसम्मि इअम्मि पदेसे चिअ विचारहिइ। तित्थयरो भारहवासे न विराअइ । विउसो सव्वत्थ पूअइ । जो अबंभचेरं चयइ सो महाचाई भवइ। अव्यय का प्रयोग
तेण सह सो गओ। तुमए सद्धि को विज्जालये गमिहिइ ? जहासत्ति तुमं दाणं देहि । सो तत्थ गओ तहपि तुमं गच्छ। प्राकृत में अनुवाद करो
___ अति परिश्रम से बडा बनता है। मिठाई के साथ पकौडी भी रुचिकर लगती है । जगमोहन भोजन में चार कचोरियां खा सकता है। क्या तुम समोसे का आकार जानते हो ? वडी बनाना कठिन नहीं है। लोकेश कुलफी खाना बहुत पसन्द करता है । चाट खाना जीभ का स्वाद है । चाय हर जाति के लोग पीते हैं। कॉफी का स्वाद चाय से भिन्न होता है। अचार साग के स्थान पर काम आता है । मुरब्बा औषधि में भी काम आता है। धातु का प्रयोग करो
माता पुत्र की रक्षा करती है । पक्षी दिन में उडते हैं । केवलचंद भोजन के लिए अपने घर उसे निमंत्रण देता है। वह सुबह जल्दी क्यों नहीं जागता है ? माता क्रोध से अपने पुत्र को ताडती है। वह आज से अपना सारा धन छोडता है । धनपाल प्रतिदिन भगवान की पूजा करता है। अव्यय का प्रयोग करो
वह सम्मान के साथ धन भी मांगता है। पिता के साथ पुत्र भी यहां
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