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पाचवाउपाए महत्व्हयासणवानपुरुजाता।।
शिल्पांकन एवं काष्ठ-शिल्प
छात्राटाहिन्याखशावतिकार्यात
32 परिचारकों के साथ पार्श्व, पासणाहचरिउ के एक पत्र पर, 1442 ई०, ग्वालियर में चित्रांकित, उत्तर भारतीय शैली (निजी संग्रह)
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घामा
हाल
भाग 7]
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31 भविसयत्त की समुद्र-पार को यात्रा, भविसयत्त-कहा के एक पत्र पर, लगभग 1430 ई० (लेख में देखिए जहाँ इससे बाद के समय पर विचार किया गया है), कदाचित् दिल्ली, उत्तर
भारतीय शैली (निजी संग्रह)
33 चंद्रमति यशोधर को बलि के लिए आटे से बना हुआ मुर्गा दिखा रही है, जसहर-चरिउ के एक पत्र पर, लगभग 1440-50 ई०, कदाचित् ग्वालियर, उत्तर भारतीय शैली (निजी संग्रह)