________________
४८. महावीरतित्थे थविरावली
६५१ सव्वे एए समणस्स भगवओ महावीरस्स एक्कारस वि गणहरा दुवालसंगिणो चोद्दसपुग्विणो समत्तगणिपिडगधरा रायगिहे नगरे
मासिएणं भत्तिएणं अपाणएणं कालगया-जाव-सव्वदुक्खप्पहीणा । थेरे इंदभूई, येरे अज्जसुहम्मे सिद्धि गए महावीरे पच्छा दोन्नि वि परिनिया ॥
समणनिग्गंथाणं अज्जसुहम्मावच्चिज्जत्तं ६५२ जे इमे अज्जताते समणा निग्गंथा विहरंति एए णं सम्वे अज्जसुहम्मस्स अणगारस्स आवच्चिज्जा, अवसेसा गणहरा निरवच्चा
वोच्छिन्ना ॥
अज्जसुहम्ममारब्भ अज्जजसभद्दपज्जंता थेरावली ६५३ समणे भगवं महावीरे कासवगोत्तेणं । समणस्स णं भगवओ महावीरस्स कासवगोत्तस्स अज्ज सुहम्मे थेरे अन्तेवासी अग्गिवेसायणगोत्ते ।
थेरस्स णं अज्जसुहम्मस्स अग्गिवसायणसगोत्तस्स अज्जजंबनामे थेरे अंतेवासी कासवगोत्ते। . थेरस्स णं अज्जजंबुनामस्स कासवगोत्तस्स अज्जप्पभवे थेरे अंतेवासी कच्चायणसगोत्ते। थेरस्स णं अज्जप्पभवस्स कच्चायणसगोत्तस्स अज्जसेज्जंभव थेरे अंतेवासी मणगपिया वच्छसगोते। थेरस्स णं अज्जसेज्जंभवस्स मणगपिउणो वच्छसगोत्तस्स अज्जजसभद्दे थेरे अंतेवासी तुंगियायणसगोते॥
अज्जजसभहमारम्भ संखित्तथरावली ६५४ संखित्तवायणाए अज्जजसभद्दाओ अग्गओ एवं थेरावली भणिया, तं जहा--
थेरस्स णं अज्जजसभद्दस्स तुंगियायणसगोत्तस्स अंतेवासी दुवे थेरा--थेरे अज्जसंभूयविजए माढरसगोत्ते; थेरे अज्जभद्दबाहू पाइणसगोत्ते। थेरस्स णं अज्जसंभूयविजयस्स माढरसगोत्तस्स अंतेवासी थेरे अज्जथूलभद्दे गोयमसगोत्ते। थेरस्स णं अज्जथूलभद्दस्स गोयमसगोत्तस्स अंतेवासी दुवे थेरा--थेरे अज्जमहागिरी एलावच्छसगोत्ते । थेरस्स णं अज्जसुहत्थिस्स वासिद्धसगोत्तस्स अंतेवासी दुवे थेरा सुट्ठियसुपडिबुद्धा कोडियकाकंदगा वग्यावच्चसगोत्ता। .. थेराणं सुट्टिसुपडिबुद्धाणं कोडियकाकंदगाणं वग्घावच्चसगोत्ताणं अंतेवासी थेरे अज्जइंददिन्ने कोसियगोत्ते।
. थेरस्स णं अज्जइंददिन्नस्स कोसियगोत्तस्स अंतेवासी थेरे अज्जदिन्ने गोयमसगोते। थेरस्स णं अज्जदिन्नस्स गोयमसगोत्तस्स अंतेवासी थेरे अज्जसोहगिरी जाइस्सरे कोसियगोत्ते। थेरस्स णं अज्जसीहगिरिस्स जातिस्सरस्स कोसियगोत्तस्स अंतेवासी थेरे अज्जवइरे गोयमसगोते। थेरस्स णं अज्जवइरस्स गोयमसगोत्तस्स अंतेवासी चत्तारि थेरा १ थेरे अज्जनाइले,२ थेरे अज्जपोगिले, ३ थेरे अज्जजयंते,४ थेरे अज्जतावसे। थेराओ अज्जनाइलाओ अज्जनाइला साहा निग्गया, थेराओ अज्जपोगिलाओ अज्जपोगिला साहा निग्गया, थेराओ अज्जजयंताओ अज्जजयंती साहा निग्गया, थेराओ अज्जतावसाओ अज्जतावसी साहा निग्गया इति ॥ १. परिनिन्बुया गणहरा, जीवंते नायए नव जणाओ । इंदभूइ सुहम्मो य, रायगिहै निव्वुए वीरे ॥१॥ २. क-पंचण्हं पंचसया अद्भुट्ठसया य होंति दोण्ह गण्णा । दोण्ह तु जुयलयाणं, तिसयो तिसयो हवइ गच्छो ।।
तित्थं च सुहम्मातो, निरपच्चा गणहरा सेसा ।। ख-सम. सु. १५७।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org