________________ परि. 19 : शब्दार्थ 343 समोगाढ-समवगाढ़। 41/2 समोतार-समवतार। 91/4 समोसरण-साधु-समुदाय। 131 सम्म-सम्यक्। 207/2 सम्मत्त-सम्यक्त्व। 57/4 सरक्ख-१. राख से अवगुंठित, 37, 2. सरजस्क, सचित्त कणों __ से युक्त। 243/1 सरडु-शलादु, कोमल। सराव-शराव, सिकोरा। 57/2 सरिच्छ-सदृश, समान। 89 सरिस-सदृश। 192/2 सरिसिय-सदृश। 318/1 सरीर-शरीर। 136/1 सरूव-स्वरूप। 74 सवत्ति-सपत्नी, सौत। 231/7 सवत्तिणी-सपत्नी, सौत। 231/10 सव्वदंसि-सर्वज्ञ। ससा-स्वसा, बहिन। 144/1 ससुर-श्वसुर। 222 सहस-सहस्र, हजार। सहोढ-चोरी के माल से युक्त। 179/2 साइम-स्वादिम। 75,78 साउ-स्वादु। 69/4 साग-१. शाक, 40, 2. श्रावक। 73/14 सागारि-गृहस्थ। 142/1 साण-श्वान। 208 सादिव्व-देव का अनुग्रह। 199 साधम्मि-साधर्मिक। 73/13 सामत्थण-पर्यालोचन। 68/9 सामन्न-सामान्य। 179 सामि-स्वामी। 295 सामिय-स्वामी सम्बन्धी। 181/1 साल-शाखा। 91/2 सालि-चावल। 75 सावग-श्रावक। 157/3 सावय-श्वापद। 89/3 सासु-सास। 222 साहण-१. सिद्ध करना, 302/1, 2. कथन करना। 101/1 साहम्मिय-साधार्मिक। 72 साहरण-संहरण,भिक्षा का एक दोष। 263,291 साहरिय-भिक्षा का एक दोष, अन्यत्र क्षिप्त। 237 साहा-शाखा। 231/4 साहारण-१. अन्यत्र क्षिप्त भिक्षा का एक दोष, 260,263, 2. सामान्य। 313/3 साही-गली। 156 साहु-साधु। 77,295 सिंग-श्रृंग, सींग। 36 सिझंत-सीझते हुए। 113 सिट्ठ-कथित, कहा हुआ। 135/1 सिणिद्ध-स्निग्ध। 220 सिणेह-स्नेह, प्रेम। 219/11 सिति-सीढ़ी। 219/8 सिद्धत्थग-सिद्धार्थक नामक पुष्प। 284 सिप्प-शिल्प। 143, 207, 207/4 सिप्पि-शुक्ति। 34 सिला-शिला, पाषाणखंड। 163/1 सिव-शिव, उपशान्त। 288/3 सी-शीत। सीति-श्रिति, सीढ़ी। * सीद-फलना। 323 120 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org