________________ 338 पिंडनियुक्ति 273 219/11 136/5 280, 237 106 17/2 30 83/1 69/2 90/3 163/1 117/3 रयहरण-रजोहरण। 22 रसग-रसज जीव। 280 रह-रथ। 70/3 राय-राजा। 219/9 रायकुल-राजकुल। 217 रायगिह-इस नाम की नगरी। 216,219/9 रायपुत्त-राजपुत्र। 68/6 रायमास-राजमाष, धान्य विशेष।। 296 रायसुत-राजसुत। 68/9 रालग-रालक, धान्य विशेष। 76 रासि-राशि, समूह। रिउ-ऋतु। 69/4 रिण-ऋण। 57/1 रिते-बिना, सिवाय। 173/4 रुंचण-रुई से कपास को अलग करने की क्रिया। 281 रुंटण-अवज्ञा। 90/3 रुंपण-रोपना। 76/1 रुक्ख-वृक्षा 53/2 रुट्ठ-रुष्ट, नाराज। 89/8 रुय-रोग। 83/5 रेहा-रेखा। 95/2 लइय-पहना हुआ। 284 लंबण-कवल। 305 लक्खण-लक्षण। 80/5 लग्ग-१. निमग्न, 96/1, 2. लगा हुआ। 288/5 लड्डग-मोदक। 57 लद्ध-लब्ध। 157/5 लद्धि-लब्धि। 219 लसुण-ल्हसुन। 86/2 लहु-लघु। लहुय-हल्का / 259/1 लाल-लार। लिंग-वेश। लिंगोवजीवि-केवल लिंग के आधार पर जीने वाला। लित्त-१. लिप्त, 2. भिक्षा का एक दोष। लुक्क-केश रहित किया हुआ। लुक्ख-रुक्ष। लुट्ट-कच्चा चावल। लुद्ध-लुब्ध। लूह-रूक्ष। लेच्छारिग-खरण्टित, लिप्त। लेलु-मिट्टी का ढेला। लेव-लेप। लेसा-लेश्या। लोइय-लौकिक। लोग-लोक। लोगुत्तर-लोकोत्तर। लोण-लवण। लोय-१. लोक, 2. लोच। लोहिय-रक्त। वइक्कम-व्यतिक्रम। वइया-लघु गोकुल। वंजण-१. व्यञ्जन, सब्जी, 2. आहार। वंत-वान्त। वग्ग-व्यग्र। वग्घ-व्याघ्र / वच्चंत-जाते हुए। वच्च-वाच्य। वच्छ-वत्स, बछड़ा। वच्छग-बछड़ा। 144 21/2 144 12 70/2, 136/1 231/8 82/3 142 25, 313/2 85 268 201/1 57/1 68 96 96/1 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org