SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 402
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ मुहूर्तराज ] [३३३ साधक अक्षर - प, पा, पि, पी साध्यजिन तारा योनि वर्ग गण |राशि नाडी गौ मनुष्य साध्यनाम स्वकीय विरुद्ध . प लभ्य कन्या मेष आद्य आद्यवेध ५,७,९ व्याघ्र राक्षस स्व | शुभ अशुभ मध्यम श्रेष्ठतर | श्रेष्ठतर | वेध अशुभ शुभ स्व अशुभ अशुभ कुर मध्यम अशुभ अशुभ अशुभ मध्यम अशुभ 3 शभ श्रेष्ठ श्री ऋषभदेवजी श्री अजितनाथजी श्री सम्भवनाथजी |श्री अभिनन्दनजी |श्री सुमतिनाथजी श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी श्री चन्द्रप्रभजी श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी |श्री विमलनाथजी श्री अनन्तनाथजी श्री धर्मनाथजी |श्री शान्तिनाथजी श्री कुंथुनाथजी श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी श्री पार्श्वनाथजी श्री महावीरस्वामीजी मध्यम अशुभ मध्यम प्रीति | वेध | मैत्री स्व सम अशुभ मध्यम सम 43 44 4 * मध्यम शुभ मध्यव शत्रु वेध अशुभ शुभ अशुभ मध्यम तमा मध्यम शत्रु मध्यम मध्यम मध्यम शत्र अशुभ अशुभ कुवैर कुवर अशुभ अशुभ A | एकम राशि पति वर्ण नक्षत्र युजि एकनाथ मिथुन वश्य बिना सिंह व धन के कन्या बुध वैश्य उ.फा. मध्य Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001933
Book TitleMuhurtraj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJayprabhvijay
PublisherRajendra Pravachan Karyalay Khudala
Publication Year1996
Total Pages522
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Jyotish, L000, & L025
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy