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आचारांग-सूची
६० श्रु०२, अ०१६. उ०१ गाथा १ भ० महावीर की भार्या का नाम
" पुत्री के दो नाम १७७
" दोहित्री के दो नाम १७८
के माता-पिता का स्वर्गवास
" " निर्वाण १७६
का वर्षीदान " अभिनिष्क्रमण को मनपर्यव ज्ञानोत्पत्ति का अभिग्रह " कुमार ग्राम गमन की उत्कृष्ट साधना का उपसर्ग सहन के केवल ज्ञानोत्पत्ति के केवल ज्ञान का महोत्सव
का धर्माख्यान भ० महावीर का पंच महाव्रत प्ररूपण प्रथम महाव्रत की पांच भावना द्वितीय
तृतीय
चतुर्थ
पंचम सूत्र संख्या ६
चतुर्थी चूला
सोलहवां विमुक्ति अध्ययन. प्रथम उद्देशक गाथांक
अनित्य भावना
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