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श्रु०२, अ०१५, उ०१ सू०१७६ ५६
आचारांग-सूची १७३ क गृहस्थ से मंत्र चिकित्सा न करवाना
ख गृहस्थ से कंदादि चिकित्सा न करवाना सूत्र संख्या २
चौदहवां अन्योऽन्य क्रिया अध्ययन. प्रथम उद्देशक
सप्तम अन्योऽन्य क्रिया सप्तकक १७४ क
गच्छ निर्गत साधु से पैरों का प्रमार्जन न करवाना ख सूत्र १७२-१७३ की पुनरावृत्ति सूत्र संख्या १
तृतीय चूला
पंदरहवां भावना अध्ययन. प्रथम उद्देशक १७५ भ० महावीर के कल्याण (पूर्वभव का देहत्याग, और
गर्भावतरण, जन्म, दीक्षा, केवल ज्ञान, और मोक्ष) १७६ भ० महावीर का गर्भावतरण
गर्भ साहरण
जन्म
जन्मोत्सव नाम करण संवर्धन
तारुण्य के तीन नाम के पिता के तीन नाम की माता के तीन नाम के काका का नाम
के बड़े भ्राता का नाम __ की बड़ी भगिनी का नाम
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