________________
दशकालिक सूची
२६
२७
२८
१-३
४
१)
८
(१) गवैषणा
भोजन, पानी की गवेषणा के लिये कब कहाँ और कैसे जाय ? विषम मार्ग से जाने का निषेध.
५
विषम मार्ग में जाने से होनेवाले दोष.
६ सन्मार्ग के अभाव में विषम मार्ग से जाने की विधि.
६-११
७६२
पूर्वसंचित कर्मरज का निर्जरण.
केवलज्ञान और केवल दर्शन को संप्राप्ति.
१२
१३
१४
१५
लोक- अलोक का प्रत्यक्षीकरण. योग निरोध
अ० ५ उ० १ गाथा १५
शैलेसी अवस्था की प्राप्ति.
कर्मों का सम्पूर्ण क्षय. शास्वत सिद्धि की प्राप्ति.
सुगति की दुर्लभता.
सुगति की सुलभता.
यतना का उपदेश और उपसंहार.
पंचम पिण्डेषणा अध्ययन
प्रथम उद्देशक
(एषणा- गवेषणा, ग्रहणैषणा और भोगैषणा की शुद्धि . )
अंगार आदि के अतिक्रमण का निषेध.
वर्षा आदि में भिक्षा के लिये जाने का निषेध.
वेश्या के पाड़े में भिक्षाटन करने का निषेव और वहाँ होनेवाले
दोषों का निरूपण.
आत्म-विराधना के स्थलों में जाने का निषेध.
गमन की विधि.
अविधि-गमन का निषेध.
शंका-स्थल के अवलोकन का निषेध.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org