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गाथा
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दशवेकालिक सूची
तेजस्काय की हिंसा के विविध साधनों से बचने का उपदेश
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११
४ उदेश
वायुकाय वनस्पतिकाय
काय की हिंसा से बचने का उपदेश.
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अयतनापूर्वक चलने से हिंसा, बंधन और परिणाम. अयतनापूर्वक खड़े रहने से हिंसा बंधन और परिणाम.
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बैठने से
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सोने से
अयतनापूर्वक भोजन करने से हिंसा, बन्धन और परिणाम.
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बोलने से हिंसा
प्रवृत्ति में अहिंसा की जिज्ञासा.
का निरूपण.
आत्मौपम्य-बुद्धि सम्पन्न व्यक्ति और अबंध.
ज्ञान और दया ( संयम ) का पौर्वापर्य और अज्ञानी की
भर्त्सना.
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बंधन और मोक्ष का ज्ञान.
आसक्ति व वस्तु उपभोग का त्याग.
संयोग का त्याग.
मुनिपद का स्वीकरण.
चारित्रिक भावों की वृद्धि.
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श्रुति का माहात्म्य और श्रेयस् के आचरण का उपदेश. ५ धर्म-प
- फल
१२- २५ कर्म से मुक्ति की प्रक्रिया - आत्म शुद्धि का आरोह क्रम.
संयम के ज्ञान का अधिकारी.
गति-विज्ञान.
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