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पद २६, २८ सूत्र २
१
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षड्विंशतितम कर्म वेद बंध पद
क- अष्ट कर्म प्रकृतियों के नाम
ख- चौवीस दण्डक में अष्ट कर्म प्रकृतियाँ
ग- चौवीस दण्डक में ( जीव- द्वारा) एक कर्म प्रकृति के वेदनकाल में अन्य प्रकृतियों के बंधन की संभावित संख्या
सप्तविंशतितम कर्म वेद पद
क- अष्ट कर्म प्रकृतियों के नाम
ख- चौवीस दण्डक में अष्ट कर्मप्रकृतियां
ग- चौवीस दण्डक में ( एक जीव द्वारा या अनेक जीवों द्वारा ) एक कर्म प्रकृति के वेदन काल में अन्य कर्म प्रकृतियों के वेदना की संभावित संख्या
अष्टाविंशतितम आहार पद
प्रज्ञापना- सूची
प्रथम उद्देशक
ग्यारह अधिकारों के नाम
१
क- चौवीस दण्डक में तीन प्रकार के आहार का कथन ख- चौवीस दण्डक के जीव आहारार्थी
ग- चौवीस दण्डक के जीवों का आहारेच्छाकाल
२
क- चौवीस दण्डक में द्रव्य, क्षेत्र, काल और भाव की अपेक्षा
ङ -
आहार का कथन
ख - विधान मार्गणा की अपेक्षा आहार का कथन ग- चौबीस दण्डक में स्पृष्ट पुद्गलों का आहार
घ- एक दिशा - यावत्-६ दिशा से आहार का ग्रहण पुराने पुद्गलों को छोड़कर नये पुद्गलों का ग्रहण च - आत्म प्रदेशावगाढ़ - समीपवर्ती आहार का ग्रहण
छ - चौवीस दण्डक में आहार का परिणमन और श्वासोच्छ्वास
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