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प्रज्ञापना- सूची
ग- गाथा २,३-४ में द्वीपकुमार, दिशाकुमार उदधिकुमार
स्तनितकुमार और अग्निकुमारों के भवनों की संख्या घ- गाथा ५ में सामानिक देवों और आत्मरक्षक देवों की संख्या ङ - गाथा ६ में दक्षिण के दस इन्द्रों के नाम
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च- गाथा ७ में उत्तर के
पद २ सूत्र ३६-५३
छ- गाथा ८,६,१०,११ में भवनवासियों और उनके वस्त्रों के वर्ण व्यन्तरदेवों का वर्णन
३६-४१क- पर्याप्त अपर्याप्त ब्यन्तरदेवों के नगरों का वर्णन
ख- सोलह व्यन्तरदेवों के नाम और उनके वैभव का वर्णन ग- व्यन्तरदेवों के दक्षिण-उत्तर के बत्तीस इन्द्रों के नाम ज्योतिषी देवों का वर्णन
४२ क- पर्याप्त - अपर्याप्त ज्योतिष्क देवों के स्थान
ख- इनके विमानों का वर्णन
ग- नवग्रहों के नाम
घ- अट्ठावीस नक्षत्र
ङ - चन्द्र-सूर्य इन्द्र. और इनका वैभव वैमानिक देवों का वर्णन
४३ क- पर्याप्त - अपर्याप्त देवों का वर्णन व- बारह देवलोकों के नाम
ग- इनके सर्वविमानों की संख्या
घ- इनके मुकुट चिन्हों के नाम
४४-५३ क- सौधर्म-यावत् अच्युतकल्प के विमानों का वर्णन - प्रत्येक कल्लों में पाँच प्रमुख विमान
ग- सौधर्मेन्द्र के कुछ नाम
- सौधर्मेन्द्र दक्षिणार्धलोक का अधिपति
ङ- सौधर्मेन्द्र का वाहन
च- ईशानेन्द्र के कतिपय नाम
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