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________________ सूत्र १६०-१६२ ६०० जीवाभिगम-सूची ज शंख वेलंधर नागराज का दगसीम आवास पर्वत का स्थान ऊँचाई आदि झ- शंखदेव, शंखा राजधानी ब- मनोसील वेलंधर नागराज का ३ दकसीम आवास पर्वत का ऊँचाई आदि ट- मनोसील देव, मनोसीला राजधानी १६० क- चार अनुवेलंधर नागराज ख- इनके चार आवास पर्वत ग- कर्कोटक अनुवेलंधर नागराज का कर्कोटक आवास पर्वत का स्थान, परिमाण, कर्कोटक नाम का हेतु, कर्कोटक देव, कर्कोटका राजधानी घ- कर्दम अनुवेलंधर नागराज का कर्दम आवास पर्वत का स्थान परिमाण आदि, कर्दम देव, कर्दमा राजधानी ङ. केलाश पर्वत गोस्तूभ के समान च- अरूणप्रभ लवणाधिप सुस्थित देव के गोतमद्वीप का वर्णन १६१ क- गौतम द्वीप का स्थान, ओयाम-विष्कम्भ, परिधि, पद्मवर वेदिका, वनखण्ड क- क्रीड़ावास की ऊँचाई, विष्कम्भ ग- मणिपीठिका का आयाम, विष्कम्भ और बाहल्य, देवशयनीय का वर्णन घ- गौतम द्वीप नाम का हेतु ङ- सुस्थित देव, सुस्थिता राजधानी जम्बूद्वीप के चन्द्रद्वीपों का वर्णन क- चन्द्र द्वीप का स्थान ख. " की ऊँचाई १६२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001931
Book TitleJainagama Nirdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1966
Total Pages998
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, & agam_index
File Size9 MB
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