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जीवाभिगम-सूची
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सूत्र ८६-८६ ८६ क- सात नरकों में चार गति की अपेक्षा से गति-आगति
ख- सात नरकों में एक समय में जीवों की उत्पत्ति ग- सात नरकों का जीवों से सर्वथा रिक्त न होना
घ- सात नरकों में नैरयिकों की अवगाहना दो प्रकार की ८७ क- सात नरकों के नैरयिकों में संहननों का अभाव. पुद्गलों की
अशुभ परिणति ख- सात नरकों के नैरयिकों का संस्थान दो प्रकार का ग- सात नरकों में नैरयिकों के शरीरों का वर्ण
, , , की गंध
का स्पर्श
८८- क- सात नरकों में नैरयिकों के श्वासोच्छ्वास के पुद्गल
के आहार के पुद्गल , की लेश्याएं , के ज्ञान
, के अज्ञान सात नरकों में न रयिकों के योग
उपयोग झ- "
अवधिज्ञान का प्रमाण अ- ,
, समुद्घात ८६ क- सात नरकों में क्षुधा पिपासा की वेदना
ख- , नैरयिकों की विकुर्वणा ग-
शीतोष्ण वेदना घ- नारकीय जीवन का वर्णन ङ- तमस्तमा के पांच नरकावासों के नाम च- तमस्तमा में पांच महापुरुषों की उत्पत्ति छ- "
नैरयिकों का वर्ण नैरयिकों की वेदना
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