________________
श्रु० २ अ०५ सू २०
प्रश्न०-सूची ग- परिग्रह विरत के कल्प्य कार्य घ. शुद्ध निर्दोष भिक्षा लेने का विधान ङ- औषधादि के संग्रह का तथा समीप में रखने का निषेध च- धर्म साधना में उपयोगी उपकरण रखने का विधान छ- पाँच समिति तीन गुप्ति के नाम झ- अपरिग्रह की कुछ उपमायें ज- अपरिग्रही के जीवन की महिमा अ- अपरिग्रह महाव्रत की ५ भावना ट- पंचम संवर द्वार का उपसंहार
ठ- पांच संवरों की प्रशस्ति २० क- प्रश्नव्याकरण अंग का संक्षिप्त परिचय
ख. प्रश्न व्याकरण अंग की पठनविधि
AIMILIATumnummaNILIMILAILANILIMILAILANILAMITRAMILARIANRAILO
सच्च लोगम्मि सारमूयं
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org