________________
णमो वायणारियाणं
धर्मकथानुयोगमय विपाक श्रुताङ्ग
YY
२०
श्रुतस्कंध अध्ययन उद्देशक
पद उपलब्ध पाठ गद्य सूत्र
पद्य
१ करोड ८४ लाख ३२ हजार १२१६ अनुष्टुप् श्लोक प्रमाण
दुख बिपाक श्रुतस्कंध अध्ययन उद्देशक १०
सुख विपाक श्रतरकंध अध्ययन उद्देशक १० गद्य
गद्य
पद्य
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org