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________________ व०६अ०१४ ४६३ अन्तकृद्दशा - सूची द- अर्जुन मुनि की ६ मास की श्रमण पर्याय, पन्द्रह दिन की संलेखना, सिद्धपद की प्राप्ति चतुर्थ काश्यप अध्ययन १४ क - सोलह वर्ष की श्रमण पर्याय, विपुलगिरि पर समाधिमरण पंचम क्षेमक अध्ययन ख- काकंदी नगरी, विपुलगिरि पर समाधिमरण ग घ- साकेत नगर, बारह वर्ष का श्रमण पर्याय, विपुलगिरि पर समाधि मरण, शिव पद ङ च ज झ दशम सुदर्शन अध्ययन छ- वाणिज्य ग्राम, दुतिपलाश चैत्य, पाँच वर्ष का निर्ग्रथ जीवन विपुलगिरि पर समाधिमरण ञ षष्ठ धृतिघर अध्ययन सप्तम कैलाश श्रध्ययन ट अष्टम हरिचंदन अध्ययन नवम बारलक अध्ययन राजगृह, बारह वर्ष का श्रमण पर्याय, विपुलगिरि पर समाधिमरण, सिद्धपद एकादशम पूर्णभद्र अध्ययन द्वादशम सुमनभद्र अध्ययन त्रयोदशम सुप्रतिष्ठ अध्ययन श्रावस्ति नगरी, सत्तावीस वर्ष का श्रमण-जीवन, विपुलगिरि पर निर्वाण चतुर्दशम मेघ अध्ययन राजगृह-यावत्-विपुलगिरि पर निर्वाण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001931
Book TitleJainagama Nirdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1966
Total Pages998
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, & agam_index
File Size9 MB
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