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________________ ज्ञाता०-सूची षोडश कनकप्रभा अष्टादशम केतुमती विंशतिम रतिप्रिया द्वाविंशतितम नमिता चतुर्विंशतितम पुष्पवती षडविंशतितम भुजगवती अष्टविंशतितम अपराजित त्रिशतम विमला द्वात्रिंशतम सरस्वती १५४ उत्तर कुरु उद्यान १५६ १५५ क - उत्थानिका प्रथम सूरप्रभा तृतीय अचिमाली ४६४ उत्थानिका प्रथम चन्द्रप्रभा तृतीय अचिमाली अध्ययन सप्तदशम वत्तंसा एकोनदशम वज्रसेना एक विंशतितम रोहिणी त्रयोविंशतितम ही पंचविशतितम भुजगा सप्तविंशतितम महाकच्छा एकोनत्रिंशतम सुघोषा एकत्रिशतम सुस्वरा " Jain Education International " १५७ क- उत्थानिका 37 37 11 11 75 सप्तम सूर्य अग्रमहिषी वर्ग पूर्वभव - अरक्खुरी नगरी " षष्ठ महाकालेन्द्रादि अग्रमहिषी वर्ग पंचम वर्ग के समान ३२ अध्ययन । पूर्वभव - साकेत नगर, अष्टम चन्द्र अग्रमहिषी वर्ग 11 श्रु०२ व०६ " पूर्वभव - मथुरानगरी, भंडीवतंसक उद्यान नवम शक्र अग्रमहिषी वर्ग अध्ययन अध्ययन. द्वितीय आतपा अध्ययन चतुर्थ प्रभंकरा अध्ययन. द्वितीय ज्योत्स्नाभा चतुर्थ प्रभंकरा For Private & Personal Use Only 31 11 "" 77 " " " www.jainelibrary.org
SR No.001931
Book TitleJainagama Nirdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1966
Total Pages998
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, & agam_index
File Size9 MB
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