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________________ श्रु०२ व०१० ४६५ ज्ञाता०-सूची प्रथम पद्मा अध्ययन द्वितीय शिवा अध्ययन तृतीय सती अध्ययन चतुर्थ अंजू अध्ययन पंचम रोहिणी, षष्ठ नवमिका , सप्तम अचला, अष्टम अप्सरा , पूर्वभव प्रथम द्वितीय की श्रावस्ति नगरी तृतीय चतुर्थ का हस्तिनापुर पंचम षष्ठ का कंपिलपुर सप्तम अष्टम का साकेत नगर दशम ईशानेन्द्र अग्रमहिषी वर्ग १५८ क- उत्थानिका प्रथम कृष्णा अध्ययन द्वितीय कृष्णराजी अध्ययन तृतीय रामा , चतुर्थ रामरक्षिता, पंचम वसु , षष्ठ वसुगुप्ता सप्तम वसुमित्रा, अष्टम वसुन्धरा " ख- पूर्वभव ग- प्रथम-द्वितीय की वाराणसी नगरी तृतीय-चतुर्थ की राजगृह नगरी पंचम-षष्ठ की श्रावस्ति नगरी सप्तम अष्टम की कौशाम्बी नगरी उपसंहार Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001931
Book TitleJainagama Nirdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1966
Total Pages998
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, & agam_index
File Size9 MB
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