________________
भगवती-सूची
श०१३ उ०७ प्र०६६ भाणेज (भागिनेय) केशीकुमार, महासेन श्रादि दश राजा . २ क- पौषधशाला में धर्म जागरणा करते समय राजा उदायन का
एक संकल्प ख- भ० महावीर का मृगवन में पदार्पण ग- राजा उदायन का दर्शनार्थ गमन एवं प्रव्रज्या के लिये निवेदन ३ अभीचीकुमार के लिये उदायन का शुभसंकल्प और केशीकुमार
को राज्याभिषेक ४ क- राजा उदायन का प्रव्रज्या ग्रहण
ख- पद्मावती की शुभकामना ५ क- अभीचीकुमार की मानसिक वेदना
ख- अभीचीकुमार का कोणिक के समीप गमन ग- अभीचीकुमार की श्रावकवृत्ति घ- अभीचीकुमार का असुर कुमार देव होना ङ- एक पल्य की स्थिति च- अभीची का महाविदेह में जन्म और मोक्ष
__ सप्तम भाषा उद्देशक प्रश्नोत्तरांक ८१ क- राजगृह
ख- भाषा का पौद्गलिक रूप ६० भाषा रूपी हे __ भाषा अचित्त हे
भाषा अजीवरूप हे भाषा जीव के होती है बोलते समय भाषा हे भाषा का भेदन चार प्रकार की भाषा
MMMMM
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org