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भगवती-सूची
२८४
ग- तिगिच्छक कूट उत्पात पर्वत की ऊंचाई और उद्वेध
घ- गोस्तुभ आवास पर्वत
५२
ङ - पद्मवर वेदिका
च- प्रासादावतंसक की ऊंचाई और विष्कम्भ छ- अरुणोदय समुद्र में चमरचंचा राजधानी ज- राजधानी का आयाम विष्कम्भ
- प्राकार आदि की ऊंचाई और विष्कम्भ
ञ - राजधानी के द्वारों की ऊंचाई विष्कम्भ और परिक्षेप
ट- ईशान कोण में जिनगृह
ठ- उपपात सभा, अभिषेक सभा आदि
नवम समयक्षेत्र उद्देशक
समय क्षेत्र का परिमाण
दशम अस्तिकाय उद्देशक
श०२ उ०६ - १० प्र०७३
T
५३
पंचास्तिकाय
५४ - ५७ पंचास्तिकाय के वर्ण, गन्ध, रस, स्पर्श आदि ५८-६२ धर्मास्तिकाय के प्रदेश धर्मास्तिकाय नहीं है ६३-६४ उत्थान आदि से जीव भाव का वर्णन
६५ दो प्रकार का आकाश
६६
लोकाकाश
६७
अलोकाकाश
६८
लोकाकाश में वर्ण, गंध, रस, स्पर्श आदि
६६
७०
७१
७२
७३
पंचास्तिकाय की महानता
अधोलोक का धर्मास्तिकाय से स्पर्श तिर्यग्लोक का धर्मास्तिकाय से स्पर्श उर्ध्वलोक का धर्मास्तिकाय से स्पर्श रत्नप्रभा का धर्मास्तिकाय से स्पर्श
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