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भगवती-सूची
श०१ उ०२ प्र०१३ ३६-७०क- नरयिकों में समान आहार, ख- " " " शरीर " " श्वासोच्छवास आहार, शरीर और श्वासोच्छ्वास के समान
न होने का कारण ७१-७२ " " समान कर्म न होने का कारण ७३-७४ "
वर्ण ५७-७६ ७७-७८ " " " वेदना ७९-८० " " "क्रिया ८१-८२ " " " आय और साथ उत्पन्न न होने का कारण ८३ क- असुर कुमारों में आहार, शरीर, श्वासोच्छ्वास, वेदना, क्रिया
आयु, और उत्पन्न होने में समानता ख- कर्म, वर्ण और लेश्या में विविधता ग- इसी प्रकार नागकुमार से-यावत्-स्तनित कुमार तक असुर
कुमारों के समान __ ८४ पृथ्वीकायिकों में आहार, कर्म, वर्ण और लेश्या नैरयिकों
के समान ८५-८६
में समान वेदना होने का कारण
, क्रिया ,, , , ख. आयु और उत्पन्न होना नैरयिकों के समान ८६ अप्काय से-यावत्-चउरिन्द्रिय तक पृथ्वीकायिकों के समान ६० पंचेन्द्रिय तिर्यंचों में आहार आदि नैरयिकों के समान
किन्तु क्रिया में भिन्नता ६१-६२ , , में समान क्रिया न होने के कारण ६३ क- मनुष्यों में शरीर से वेदना पर्यन्त नैरयिकों के समान किन्तु
आहार और क्रिया में भिन्नता
८७-८८ क
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