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समवाय १७
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४ सौधर्म - ईशान कल्प के कुछ देवों की स्थिति
५ महाशुक्र कल्प के कुछ देवों की स्थिति ६ आवर्त आदि विमानवासी देवों की उत्कृष्ट स्थिति
१ आवर्त आदि विमानवासी देवों का श्वासोच्छवास काल
१ आवर्त आदि विमानवासी देवों का आहारेच्छा काल १ कुछ भवसिद्धिकों की सोलह भव से मुक्ति
सूत्र संख्या १६
सत्रहवां समवाय
१ असंयम
२ संयम
३ मानुषोत्तर पर्वत की ऊँचाई
४ सर्व वेलंधर अनुवेलंधर नागराजों के आवास पर्वतों की ऊँचाई
५ लवण समुद्र के मध्यभाग में पानी की गहराई
६ चारण मुनियों की तिरछी गति
७ चमरेन्द्र के तिगिच्छ कूट उत्पात पर्वत की ऊँचाई
८ बलेन्द्र के रुचकेन्द्र उत्पात पर्वत की ऊँचाई
8 मरण के प्रकार
१० सूक्ष्म सम्पराय गुणस्थान में कर्म प्रकृतियों का बंध
१ रत्नप्रभा के कुछ नैरयिकों की स्थिति २ धूमप्रभा के कुछ नैरयिकों स्थिति
३ तमः प्रभा के कुछ नैरयिकों की स्थिति ४ कुछ असुर कुमारों की स्थिति
५ सौधर्म - ईशान कल्प के कुछ देवों की स्थिति ६ महाशुक्र कल्प के कुछ देवों की उत्कृष्ट स्थिति
समवायांग सूची
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