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- समवाय १५
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४ भ० महावीर की उत्कृष्ट श्रमण संपदा
५ गुणस्थान
६ भरत और ऐरवत क्षेत्र की जीवा का आयाम ७ चक्रवर्ती के रत्न
जम्बूद्वीप के लवणसमुद्र में मिलने वाली नदियाँ
८
१ रत्नप्रभा के कुछ नैरयिकों की स्थिति
२ धूमप्रभा के कुछ नैरयिकों की स्थिति ३ कुछ असुर कुमारों की स्थिति
४ सौधर्म - ईशानकल्प के कुछ देवों की स्थिति ५ लांतक कल्प के देवों की उत्कृष्ट स्थिति
६ महाशुक्र कल्प के देवों की जघन्य स्थिति
७ श्रीकांत आदि विमानवासी देवों की स्थिति
१ श्रीकांत आदि विमानवासी देवों का श्वासोच्छ्वास काल
१ श्रीकांत आदि विमानवासी देवों का आहारेच्छा काल १ कुछ भवसिद्धिकों की चौदह भवों से मुक्ति
सूत्र संख्या १७
पन्द्रहवां समवाय
समवायांग सूची
१ परमाधार्मिक देव
२ भ० नमिनाथ की ऊँचाई
३ कृष्णपक्ष में ध्रुवराहु द्वारा प्रतिदिन चन्द्रकला का आवरण ४ शुक्लपक्ष में ध्रुवराहु द्वारा प्रतिदिन चन्द्रकला का अनावरण ५ शतभिषादि छह नक्षत्रों का चन्द्र के साथ योग काल
६ चैत्र तथा आश्विन में दिन के मुहूर्त
`७ चैत्र तथा आश्विन में रात्रि के मुहूर्त
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