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________________ स्थानांग सूची १८८ श्रु ०१, ०८, उ० १ सू०६४२ जंबूद्वीप के पूर्व में सीता नदी के दक्षिण में दीर्घं वैताढ्यपर्वत तमिस्र गुफा खण्डप्रपात गुफा कृतमाल देव नृत्यमाल देव घ "" ?? 33 71 11 33 " " 15 13 29 37 " 33 33 " 11 "" Jain Education International " 11 31 " 13 23 33 39 11 " " 11 "1 " " 31 " 33 " 37 "" 17 19 32 ऋषभ कूट देव 23 ग- जम्बूद्वीप के मेरुपर्वत से पश्चिम में सीता नदी के उत्तर में "क" के समान दक्षिण में " "" 11 " 11 रक्ता कुंड रक्तावती कुंड रक्ता नदी रक्तावती नदी ऋषभ कूट पर्वत ६४० मेरु चूलिका का विष्कम्भ ६४१ क- धातकी खंड द्वीप के पूर्वार्ध में धातकी वृक्ष की ऊँचाई के मध्यभाग का विष्कम्भ कूट ख- जम्बूद्वीप की जगति की ऊंचाई विष्कम्भ " 33 "3 ख- शेष-सूत्र ६३६ से ६४० तक समान ग- धातकी खंड द्वीप के पश्चिमार्ध में महाधातकी वृक्ष की ऊंचाई शेष "क" के समान For Private & Personal Use Only "1 घ- पुष्करार्ध द्वीप के पूवार्ध में पद्मवृक्ष की ऊंचाई. शेष 'क' 'ख' के समान ङ 31 11 पश्चिमार्ध में महापद्म वृक्ष की ऊंचाई ६४२ क- जम्बूद्वीप के मेरु पर्वत पर भद्रशाल वन में आठ दिशा हस्ति 31 www.jainelibrary.org
SR No.001931
Book TitleJainagama Nirdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1966
Total Pages998
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, & agam_index
File Size9 MB
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