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श्रु०१, अ०८, उ०१ सू० ६३६ १८७
स्थानांग-सूची
ब- जंबूद्वीप के मेरुपर्वत से पश्चिम में सीता महानदी के उत्तर में
आठ राजधानियाँ ६३८ क- जंबूद्वीप के पूर्व में सीतानदी के उत्तर में उत्कृष्ट आठ अरिहन्त
थे, हैं, और होंगे जंबूद्वीप के पूर्व में सीतानदी के उत्तर में उत्कृष्ट आठ चक्रवर्ती थे, हैं, और होंगे जंबूद्वीप के पूर्व में सीतानदी के उत्तर में उत्कृष्ट आठ बलदेव थे, हैं, और होंगे जंबूद्वीप के पूर्व में सीतानदी के उत्तर में उत्कृष्ट आठ वासुदेव
थे, हैं, और होंगे ख- जंबूद्वीप के पूर्व में सीतानदी के दक्षिण में 'क' सूत्र की पुनरावृत्ति ग- , पश्चिम में ,, दक्षिण , , ,
घ- , , , उत्तर , , , ६३६ क- जंबूद्वीप के पूर्व में सीतानदी के उत्तर में आठ दीर्घ वैताढ्य
पर्वत जंबूद्वीप के पूर्व में सीतानदी के उत्तर में आठ तिमिस्र गुफा
,, खण्ड प्रपात गुफा " "
, कृतमाल देव ,, नृत्यमाल देव
,, गंगा कुण्ड जम्बूद्वीप के पूर्व में सीता नदी के उत्तर में आठ सिंधु कुंड
" , गंगा नदी , , , ,, सिंधु नदी
, ऋषभकूट पर्वत दक्षिण में दीर्घ वैताढ्य पर्वत " , , तिमिस्र गुफा
ख
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