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स्थानांग सूची
४००
४०१ क- पांच प्रकार के ज्योतिषी देव
ख- पांच प्रकार के देव
पांच निषद्या, पांच आर्जव स्थान
४०२
की परिचारणा
४०३ क - चमरेन्द्र की पांच अग्रमहिषियां
17
27
17
ख- बलेन्द्र
४०४ क- भवनेन्द्रों की पांच-पांच सेनाएं, पांच-पांच सेनाधिपति
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४०६
४०७
17
ख- वैमानिकेन्द्रों
४०५ क- शकेन्द्र के अभ्यन्तर परिषद् के देवों की स्थिति
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ख- ईशानेन्द्र
की देवियों
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पांच प्रकार का प्रतिबंध
१६४ श्रु० १, अ०५, उ० १ सूत्र ४११
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४१० क घ-पांच प्रकार के हेतु
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की आजीविका
४०८
के राज्य-चिह्न
४०६ क - छद्मस्थावस्था में परिषह सहने के पांच कारण
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ख - सर्वज्ञावस्था में
- भ० कुंथुनाथ भ- भ० अर नाथ
ख- भ० पुष्पदंत
ग- भ० शीतल नाथ
घ- भ० विमल नाथ
ङ- भ० अनंत नाथ
च - भ० धर्म नाथ छ- भ० शांति नाथ
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ज - केवली के पांच पूर्ण
४११ क- भ० पद्मप्रभ के पांच कल्याणक
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अहेतु
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