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श्र०१, अ०४, उ०३ सूत्र ३३६ १५५
स्थानांग-सूची
उन्नत (वर्द्धमान)परिणाम और अवनत (हायमान) परिणाम
चार प्रकार के पुरुष ३२८ क-ख- चार समान परिमाण वाले ३२६ क- उर्ध्व लोक में दो शरीर वाले चार
ख- अधो ,, ,
ग- तिरछे ,, ३३० लज्जा, चंचलता, स्थिरता, चार प्रकार के पुरुष
अभिग्रह चार शय्या प्रतिमा ,, वस्त्र ,
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२३४
,, स्थान , आत्मा का स्पर्श करने वाले चार शरीर
कर्मों ३३३ लोक ,
" असंख्यात शरीर वाले चार ३३५ सूक्ष्म
सूक्ष्म
पदार्थ के स्पर्श से ज्ञान करने वाली चार इन्द्रियाँ ३३७ जीव और पुद्गल के लोक से बाहर न जा सकने के चार
कारण ३३८ क- चार प्रकार के उदाहरण
ख- प्रत्येक उदाहरण के चार चार भेद ग- चार प्रकार के हेतु
३३६
पदा
३३६ क. चार प्रकार की गणित
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