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स्थानांग-सूची
१३६ श्रु०१, अ०४, उ०१ सू० २४१
ट- चार प्रकार का पराक्रम
ऋजु-वक्र ठ- चार प्रकार के वृक्ष, इसी प्रकार चार प्रकार के पुरुष ड- " , "
PER
ण- , , , पुरुष त- , , , संकल्प थ- "
की प्रज्ञा ५
की
दृष्टि ध' , , को शीलाचार न- , "
व्यवहार प- , , , पराक्रम २३७ पडिमायुक्त अणगार के कल्प्य चार भाषा २३८ चार भाषा
शुद्ध-अशुद्ध परिणत रूपमन २३६ क- चार प्रकार के वस्त्र, इसी प्रकार चार प्रकार के पुरुष
ख- , , , , , " ग- चार प्रकार के वस्त्र, इसी प्रकार चार प्रकार के पुरुष घ. चार प्रकार के वस्त्र , ,, , ,
ङ- , , ,, संकल्प-यावत्-पराक्रम, सूत्र २३६ के समान २४० चार प्रकार के पुत्र
सत्य-असत्य २४१ क- चार प्रकार के संकल्प-यावत्-पराक्रम, सूत्र २३६ के समान
शुचि-अशुचि ख- चार प्रकार के बस्त्र, इसी प्रकारचार प्रकार के पुरुष, परिणत
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