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नियुक्तिपंचक
पणय-अनन्तकाय वनस्पति,
मराली-दुष्ट घोड़ा, अविनीत बैल । कर्दम, काई। (आनि १४१)
(उनि ६५) पतिरिक्क-शून्य एकांत । (दशनि ३४७) मीरा-बड़ा चूल्हा।
(सूनि ६४) पाण-चण्डाल ।
(उनि ३१६) मो-पादपूरक अव्यय । (दशनि १२३/६) पारासर-ब्राह्मण।
(उनि ११५) र-निश्चयार्थक अव्यय। (दशनि १२३/१०) पिउर-खाद्य पदार्थ विशेष । (उनि १७२/३) रुक्ख-वृक्ष । (उनि १४६, आनि ८०) पुष्णपत्त-खुशी से हृत वस्त्र। (उनि ३४२) लिड-लींड।
(दशनि ८४) पोंड-फल। (उनि १५२) लुक्स'-वृक्ष ।
(उनि १३८) पोंग-कपास का सूत। (उनि ३०५, सूनि ३) वग्धारिय--बघारा हुआ। (दनि ११६) पोरसार--पुरुष का मांस खाने
वत्ता--सूत्रवेष्टन यंत्र। (सूनि २०१) ___ वाला। (उनि ३६४) विडिमी-वृक्ष।
(दशनि ३२) फिफ्फिस-आंतस्थित मांस विशेष । (सूनि ७१) विडि-छोटा तालाब । (उनि १३८) फंग-करीषाग्नि । (दशनि १५५) वोलंत-जाते हुए।
(उनि ४०७) फुफ्फुस-उदरवर्ती आंत विशेष । (सूनि ७१)
संगार-संकेत।
(सूनि ३२) बइल्ल-बैल। (दनि ९३) संघडिय--मित्र ।
(उनि ३५६) बाहिर-चंडाल की जाति ।
सन्न-मल।
(दशनि ६३) बोड-खण्डित घट। (दनि १४) साल-शाखा।
(उनि ३२) बोरिय-जैन सम्प्रदाय विशेष ।
साह-कहना।
(दशनि ८१) (उनि १६२/१५) साह-अंश ।
(उनि १५८) मंडीगाडी। (दनि ९३) सुहम-फूल ।
(दशनि ३३) माणिय-अनंतकाय वनस्पति। (आनि १४१) सेट्टि-सेठ ।
(उनि १००) मेर-निविष सर्प। (उनि ३१९) सेहि-शक्ष साध्वी ।
(उनि १३९) मइलित--मैला, गंदा । (उनि १०६) हर--अनन्तकाय वनस्पति । (आनि १४१) माल्ल-कर्म।
(दनि १२५) हरतणु-पृथ्वी को भेदकर निकलने वाले मग्गत-पीछे। (दनि १०६) जलबिंदु ।
(आनि १०८) मल्लग--पात्र विशेष । (आनि ५९) हरिमंथ--चना!
(दशनि २३०)
१,२. पाइयसद्दमहण्णवो में इसे देशी नहीं माना है लेकिन यह देशी होना चाहिए।
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