________________
आवश्यक नियुक्ति
६९
२३६/८. भद्दिलपुर सीहपुरं, चंपा कंपिल्लरे उज्झ रयणपुरं।
तिण्णेव गयपुरम्मी, मिहिला तह चेव रायगिहं ॥ २३६/९. मिहिला सोरियनगरं, वाणारसि तह य होति कुंडपुरं ।
उसभादीण जिणाणं, जम्मणभूमी जहासंखं ॥ २३६/१०. मरुदेवि विजय सेणा, सिद्धत्था मंगला सुसीमा य।
पुहवी लक्खण रामा, नंदा विण्हू जया सामा' । २३६/११. सुजसा सुव्वया अइरा, सिरीदेवी' य पभावई।
पउमावई य वप्पा या, सिव वम्मा तिसलया इयर ॥ २३६/१२. नाभी जितसत्तू या'२, जियारी संवरे इय।
मेघे धरे पइढे य, महासेणे१३ य खत्तिए । २३६/१३. सुग्गीवे दढरहे विण्हू, वसुपुजे य खत्तिए।
कयवम्मा सीहसेणे य, भाणू वीससेणे१५ इय॥ २३६/१४. सूरे सुदंसणे कुंभे, सुमित्तविजए'६ समुद्दविजए य।
राया य अस्ससेणे, सिद्धत्थे वि य खत्तिए । २३६/१५. सव्वे वि गता मोक्खं, जाइ-जरा-मरण-बंधणविमुक्का।
तित्थगरा भगवंतो, सासयसोक्खं८ निराबाहं ॥ २३६/१६. सव्वे वि एगवण्णा, निम्मल-कणगप्पभा मुणेयव्वा।
छक्खंडभरहसामी, तेसि पमाणं अओ वोच्छं । २३६/१७. पंचसय अद्धपंचम, बायालीसा९ य अद्धधणुगं च।
'इगुयाल२० धणुस्सद्धं' २१, च चउत्थे पंचमे चत्ता२ ॥ १. पुरं (म)।
१२. य (म)। २. कप्पिल (अ), कंपिला (रा, ला)।
१३. महसेणे (अ, ब, हा, दी, समप्र २२०/१)। ३. सोरियपुरं (अ)।
१४. प्रथम चरण आर्या में तथा तीन चरण अनुष्टप् में हैं। ४. सामा (हा, दी), नामा (रा)।
१५. विस्स (रा, समप्र २२०/२), विस (हा, दी)। ५. रामा (हा, दी) समप्र २२१/१।
१६. सुमित्तु (ब, हा, ला, दी)। ६. सुव्वय (अ, ब, म)।
१७. प्रथम तथा अंतिम चरण में अनुष्टुप् छंद का प्रयोग है, समप्र २२०/३, ७. सिरिदेवी (म), सिरिया देवी (समप्र)।
प्रकाशित मटी में यह गाथा अनुपलब्ध है। ८. x (हा, दी, रा)।
१८. मुक्खं (अ)। ९. x (अ, म)।
१९. बयाला (को), बाताला, (स्वो)। १०. तिसला (अ, रा, दी, हा)।
२०. अगुयाल (अ), इगयाल (ब, हा)। ११. समप्र (२३१/२) में इसका उत्तरार्ध इस प्रकार मिलता है-. २१. चत्ता दिवड्डधणुगं (स्वो, को, चू)।
पउमा वप्पा सिवा य, वामा तिसला देवी य जिणमाया। २२. सत्त (म), स्वो १७५४, देखें गा. २३६/१ टिप्पण।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org