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________________ णिगन्तप्रक्रिया (भ्वादिगण) 195 पेलयाम्बभूव/पेलयामास प. फेलयाञ्चके फेलयाञ्चक्राते फेलयाञ्चक्रिरे आ. पेलयिषीष्ट पेलयिषीयास्ताम् पेलयिषीरन् आ. फेलयिषीष्ट फेलयिषीयास्ताम् फेलयिषीरन् पेलयिषीष्ठाः पेलयिषीयास्थाम् पेलयिषीढ्वम् श्व फेलयिता फेलयितारौ फेलयितारः पेलयिषीध्वम् | भ. फेलयिष्यते फेलयिष्येते फेलयिष्यन्ते पेलयिषीय पेलयिषीवहि पेलयिषीमहि क्रि. अफेलयिष्यत अफेलयिष्येताम् अफेलयिष्यन्त श्व. पेलयिता पेलयितारौ पेलयितार: ४३४ शेल (शेल) गतौ। पेलयितासे पेलयितासाथे पेलयिताध्वे परस्मैपद पेलयिताहे पेलयितास्वहे पेलयितास्महे व. शेलयति शेलयतः शेलयन्ति भ. पेलयिष्यते पेलयिष्येते पेलयिष्यन्ते पेलयिष्येथे पेलयिष्यसे शेलयेताम् स. शेलयेत् शेलयेयुः पेलयिष्यध्वे पेलयिष्ये पेलयिष्यावहे पेलयिष्यामहे प. शेलयतु/शेलयतात् शेलयताम् शेलयन्तु क्रि. अपेलयिष्यत अपेलयिष्येताम् अपेलयिष्यन्त ह्य. अशेलयत् अशेलयताम् अशेलयन् अपेलयिष्यथाः अपेलयिष्येथाम् अपेलयिष्यध्वम् अ. अशिशेलत् अशिशेलताम् अशिशेलन् अपेलयिष्ये अपेलयिष्यावहि अपेलयिष्यामहि प. शेलयाञ्चकार शेलयाञ्चक्रतुः शेलयाञ्चक्रुः आ. शेल्यात् शेल्यास्ताम् शेल्यासुः ४३३ फेलु (फेल्) गतौ। श्व. शेलयिता शेलयितारौ शेलयितार: परस्मैपद भ. शेलयिष्यति शेलयिष्यतः शेलयिष्यन्ति व. फेलयति फेलयतः फेलयन्ति क्रि. अशेलयिष्यत् अशेलयिष्यताम् अशेलयिष्यन स. फेलयेत् फेलयेताम् आत्मनेपद प. फेलयतु फेलयतात् फेलयताम् फेलयन्तु व. शेलयते शेलयेते शेलयन्ते ह्य. अफेलयत् अफेलयताम् अफेलयन् स. शेलयेत शेलयेयाताम् शेलयेरन् अ. अपिफेलत् अपिफेलताम् अपिफेलन् प. शेलयताम् शेलयेताम् शेलयन्ताम् प. फेलयाञ्चकार फेलयाञ्चक्रतुः फेलयाञ्चक्रुः ह्य. अशेलयत अशेलयेताम् अशेलयन्त आ. फेल्यात् फेल्यास्ताम् अ. अशिशेलत अशिशेलेताम् अशिशेलन्त श्व. फेलयिता फेलयितारौ फेलयितार: प. शेलयाञ्चके शेलयाञ्चक्राते शेलयाञ्चक्रिरे भ. फेलयिष्यति फेलयिष्यतः फेलयिष्यन्ति आ. शेलयिषीष्ट शेलयिषीयास्ताम् शेलयिषीरन् क्रि. अफेलयिष्यत् अफेलयिष्यताम् अफेलयिष्यन् श्व. शेलयिता शेलयितारौ शेलयितार: आत्मनेपद भ. शेलयिष्यते शेलयिष्येते शेलयिष्यन्ते व. फेलयते फेलयेते फेलयन्ते क्रि. अशेलयिष्यत अशेलयिष्येताम् अशेलयिष्यन्त स. फेलयेत फेलयेयाताम् फेलयेरन् ४३५ घेल (सेल्) गतौ। प. फेलयताम् फेलयेताम् फेलयन्ताम् परस्मैपद ह्य. अफेलयत अफेलयेताम् अफेलयन्त व. सेलयति सेलयतः सेलयन्ति अ. अपिफेलत अपिफेलेताम् अपिफेलन्त स. सेलयेत् सेलयेताम् सेलयेयुः फेलयेयुः फेल्यासुः Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001921
Book TitleDhaturatnakar Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLavanyasuri
PublisherRashtriya Sanskrit Sansthan New Delhi
Publication Year2006
Total Pages698
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size13 MB
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