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________________ ( ५ ) विषयानुक्रमणिका प्रस्तावना मङ्गल और विषय जीवस्थान आदि विषयों की व्याख्या विषयों के क्रम का अभिप्राय (१) जीवस्थान- अधिकार जीवस्थान जीवस्थानों में गुणस्थान जीवस्थानों में योग जीवस्थानों में उपयोग जीवस्थानों में लेश्या - बन्ध आदि (२) मार्गणास्थान - अधिकार मार्गणा के मूल भेद मार्गणाओं की व्याख्या मार्गणस्थान के अवान्तर भेद गतिमार्गणा के भेदों का स्वरूप इन्द्रियमार्गणा के भेदों का स्वरूप कायमार्गणा के भेदों का स्वरूप योगमार्गणा के भेदों का स्वरूप वेदमार्गणा के भेदों का स्वरूप कषायमार्गणा के भेदों का स्वरूप ज्ञानमार्गणा के भेदों का स्वरूप संयममार्गणा के भेदों का स्वरूप Jain Education International दर्शनमार्गणा के भेदों का स्वरूप श्यामार्गणा के भेदों का स्वरूप भव्यत्वमार्गणा के भेदों का स्वरूप सम्यक्त्वमार्गणा के भेदों का स्वरूप संज्ञीमार्गणा के भेदों का स्वरूप मार्गणाओं में जीवस्थान For Private & Personal Use Only i-xxxvii ९ १० १३ १५ १५ १६ १९ २३ २६ ३३ ३३ ३४ ३६ ३६ ३६ ३७ ३७ ३७ ३९ ३९ ४० ४४ ४५ ४६ ४६ ४८ ४९ www.jainelibrary.org m
SR No.001895
Book TitleKarmagrantha Part 4 Shadshitik
Original Sutra AuthorDevendrasuri
AuthorSukhlal Sanghavi
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year2009
Total Pages290
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari & Karma
File Size13 MB
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