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गाथाङ्क १३,२२,२६,३४,४३,६४,६७
उपशम नामक सम्यक्त्व तथा १
प्राकृत संस्कृत उवसम(६५-९ उपशम १९६-२४,२०५-१ उवसमसेढी उपशम श्रेणि उवसामग
उपशामक उवसंत
उपशान्त
६८
७० ५८,६०,६१,६२,७०
'उपशम श्रेणि' नामक श्रेणिविशेष। नौवाँ और दसवाँ गुणस्थान। 'उपशान्त मोह' नामक ग्यारहवाँ गुणस्थान।
ऊण
ऊन
कम।
२६-२,२७,३१,४६,५५,७७,
७९,८१
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परिशिष्ट
८,५९,७०,७१,७५
एग एगजियदेस एगरासी ए(इ)गिदि १०-११ एव एवं
एक एकजीवदेश एकराशि एकेन्द्रिय
एक। एक जीव के प्रदेश। एक समुदाय। एक इन्द्रियवाला जीवविशेष।
99. २,१५,३६,३८,४९
एव
६९,८५ ७१,७६
२११
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एवम्
इस प्रकार