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पार्श्वनाथ विद्यापीठ ग्रन्थमाला सं. १६०
श्रीमद्विजयानन्दसूरिभ्यो नमः
श्रीमद्देवेन्द्रसूरि - विरचित
कर्मविपाक अर्थात् कर्मग्रन्थ
(चतुर्थ भाग)
प्रधान सम्पादक प्रो. सागरमल जैन
पं. सुखलालजी संघवी कृत हिन्दी अनुवाद और टीका-टिप्पणी आदि ( सहित)
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पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी
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