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प्राकृतव्याकरणे
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पेच्छ ( यानी ) तं पश्य ( यानी उसको देख ) ऐसा अर्थ है। सोअइ... ...रहबई ( इस वाक्य में णं यानी ) तं ( = उसको ) ऐसा अर्थ है। स्त्रीलिंग में भी (तद् सर्वनाम को ण ऐसा आदेश होता है। उदा०- ) हत्थु... .. तिअडा। ( इस वाक्य में णं तिअडा यानी ) तां त्रिजटा. ( = उसको त्रिजटा ) ऐसा अर्थ है। णेण भणिसं ( यानी ) तेन भणितं ( = उसने कहा ) ऐसा अर्थ है। तो णेण... ... ठिा ( इसमें गेण यानी ) तेन ( = उसने) ऐसा अर्थ है। भणिमंच णाए ( इस वाक्य में गाए यानी ) तथा ( = उसने ) ऐसा अर्थ है । णेहि कयं ( यानी ) तः कृतम् ( = उन्होंने किया ) ऐसा अर्थ है । णाहिं कयं ( यानी ) ताभिः कृतम् ( = उन्होंने किया ) ऐसा अर्थ है ।
किमः कस्त्रतसोश्च ।। ७१ ॥ किमः को भवति स्यादौ तसोश्च परयोः । को के। के के। केण । त्र। कत्थ । तस् । कओ कत्तो कदो।
विभक्ति प्रत्यय और त्र तथा तस् ( प्रत्यय ) आगे होने पर, किम् (सर्वनाम ) का क होता है । उदा० ---(विभक्ति प्रत्यय आगे होने पर):-को...."केण । त्र ( प्रत्यय आगे होने पर ):-कत्थ । तस् । प्रत्यय आगे होने परः- ) को 'कदो।
इदम इमः ॥ ७२ ॥ इदमः स्यादौ परे इम आदेशो भवति । इमो इमे। इमं इमे। इमेण । स्त्रियामपि । इमा।
विभक्ति प्रत्यय आगे होने पर, इदम् ( सर्वनाम ) को इम आदेश होता है। उदा०-इमो...."इमेण । स्त्रीलिंग में भी (यह आदेश होता है। उदा.-) इमा ।
पुखियोन वायमिमिआ सौ ॥ ७३ ॥ इदम्-शब्दस्य सौ परे अयमिति पुल्लिगे इमिआ इति स्त्रीलिंगे आदेशौ वा भवतः । अहवायं' कयकज्जो। इमिआ' वाणिअ-धूआ। पक्षे। इमो। इमा।
सि ( प्रत्यय ) आगे होने पर, इदम् ( सर्वनाम-) शब्द को पुलिंग में अयं ऐसा और स्त्रीलिंग में इमिश्रा ऐसा, ऐसे आदेश विकल्प से होते हैं । उदा०-अहवायं... धमा । (विकल्प-) पक्ष में:-इमो, इमा ।
स्सिस्सयोरत् ॥ ७४ ॥ इदमः स्सिस्स इत्येतयोः परयोरद्भवति वा। अस्सि। अस्स । पक्षे। १. अथवा भयं कृतकार्यः। २. इयं वणिक-दुहिता ।
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