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उजोयणसूरिविरया
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1 जो भाकड्डिय-करवाल-किरण- जालावली करालो रिउ-पणइणीहिं जलओ सुदुस्सहो पिय-विओयम्मि, दरिय-पुरंदर -करि-कुंभ- 1 विग्भमाण-कलसोवरि मुणाल-मध्य यादा सवा-संदाणिनो नियय-कामिणि-जण, पञ्चक्त्र-मैतु-ण-कप-को- पसायणमासिणीहिं गिय-पवतिय-दान-पसारिय-करो पाईयगेणं, सम्भाव-गेह-परिहास- सत्य-ताल-हसिरो मित मंडलेणं, सव्व- पसाय - सुमुहो भिञ्च वग्गेण, सविणय-भत्ति-पणओ गुरुयणेण । तस्सेय गुण- सायर-परिपयत्त- खेय- सुढिय-पसुत्तेहिं सुविणंतरेसु वि एरिसो एरिसो य दीसइ ति । जस्स य अत्ताणं पिव मंतियणो, मंतियणो इव सहिययणो, सहिययणो वि 6 महिलायो, महिलायगो विय विलासिणियणो, विलासिणियणो इव परियणो, परियणो विय गरिंद-लोभो, रिंद - लोभो इव सुर-सत्थो, सुर-सत्थो इव जस्स सब्व-गओ गुण-सागरो, गुण-सागरो इव जस-प्पभावो त्ति ।
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अह एक्को चिय दोसो तम्मि गरिदम्मि गुण-समिद्धम्मि । जं सुह-पायव-मूले जिण-वयणे णत्थि पडिवत्ती ॥ तस् य राइगो पारंपर- पुण्य-पुरिस-कमागतो महामंती चढविहाणु महाबुदीए समालिंगिय-माणसो सुरु-गुरुगो इव गुरू सम्ब-मंति-सात दिष्ण मद्दामंति-जय-सदो वासको नाम महामंती वं च सो राया देवयं पिव, गुरु पिव, पियरं पिव, मि पिव, बंधुप गई पियमन सि । अवि य
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18 विजा- विण्णाण-गुणाहियाइ - दाणाइ भूलणु केरे । चूडामणि स्व मण्णइ एवं चिय णवर सम्मत्तं ॥
जिण-पण बाहिरं सो पडिवज कास-कुसुम-रुपवरं मण्णइ सम्महिमिंदर-भाराओ गरुययरं ॥
तरस व राइ ते मंतिणा किंचिद्दीर किंचिदाणे किंचि विक्रमे किंचि साचि भेर्ण किंचि विष्णाच 16 दक्खिणणेणं किंचि उवयारेणं किंचि महुरत्तणेणं सव्वं पुद्दइ-मंडलं पसाहियं पालयंतो चिट्ठइति ।
७०) तमो तस्स मद्दामेति वासवत्स अण्णम्मि दिवद्दे कयावत्सव-करणीयस्स हाव-सुईभूदस्य भरता भगतालेोकपूया-गिमितं देवदयं पविसमाणस्स हुवार- देसम्मिताय गाणा-वि-कुसुम-परिमलायालमाळा18 गुंजंत-मणहरेण खंधावलंबिणा पुप्फ- करंडपूर्ण समागओ बाहिरुजाण पालओ थावरो णामं ति । भागंतूण य तेण चलण-पणाम- 18 उग्धादिकण पुण्फ करंडये 'देव, बन्दावियसि सबल-सुरासुर-गर- किंगर-रमनीय-मगोदरो कुसमयाण-पिय-बंधव संपतो वसंत- समजो सिभनमाण मडु-मय-मत-भमिर भमर-लि-खावली-पवन-पत्रिप्यमाणु हुव-रव-जियरा समपिवा 21 महामेतिणो सहचार-कुसुम-मैरिति। अच 'देव, समावासिनो तमिचेदय उज्जाणे बहु-सीस-गण-परिवारो धम्मनंदणो 21 भायरिमो' ति । तं च सोऊण मंतिणा अमरिस-वस-विलसमाण-भुमया-लए आबद्ध भिउडि-भीम-भासुर-वयणेण 'हा भणज' ति भागमाणे अच्छोडिया सचिव विसत-मयरंदबिंदु-नीमंदिर-सयार-कुसुम-मंजरी, णिवडिया व सेव-मोपरि कय24 रेणुणा । भणियच मैतिणा रे रे दुरावार, असवण्णानिन्विषेष सर्व भावरय बासि मे पढमं पहा सावरं च24 वसंत साहसि, भगवंत पुण धम्मगंदणं पच्छा अप्पहाणं अणायरेण साहसि । कत्थ वसंतो, कत्थ वा भगवं धम्मणदणो ।
जो सुरभि कुसुम-मयरंद--कार-मणहर-रवेण भमरावलीहि हिवयं मयन्गिसगम्भिर्ग कुणइ ॥
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97 भगवं पुण तं चिय मयण- जळण-जालावली-तविज्र्जतं । जिब्ववड् णवरि हिययं जिण-वयण-सुद्दासिय-जले ॥ संसार- महाकवार केसरी जो जगह रे राये मूड वसंतोत्थ व कत्य व भगवं जिय-कसानो ॥
ता गच्छ, एयस्स भत्तणो दुबुद्धि-विकसियस्स जं भुजसु फल' ति । 'रे रे को पत्थ दुवारे' । पडिहारेण भणियं 'जिय देव' । 30 मैतिणा भणियं । 'दवावे इमस्स चम्म- हक्सरस] दीनाराण - जेण पुनो वि एरिसंण कुहू' ति भणमाणो 30 महामंत्री चेचून चेय सहचार-मंजार भारुको तुरंगमे, परिथमोप राय-पुरंदरदतरस भवर्ण, कमधि-न-सय-सहस्सेहिं वायगो जाय राहणो सीह-दुपारं तत् व भवो तुरंगाओ। पट्टो य जवच्छ पुरंदरदत्तो। उवसप्पऊण व 33 'कुसुम-रय - पिंजरंगी महुयर- शंकार-महुर-पिल्ला । दूह ब्व तुज्झ गोंदी माहष-लच्छीए पेसविया ॥'
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1) किरिउं for रिउ, Pom. जलओ सुदुस्सहो पियविश्रयम्मि ( which is added in 3 on the margin perhaps lator). 2 ) थणयरसोवरिं, P वाहालिया 4 ) P -समुहो, P परिपयंतक्खेय 5 ) Pomits one एरिसो, P repeata जस्स, सुहिययणो इव 6 ) इव for बिय throughout, P विलासिणिजणो ( in both the places ). 7) सूर (in both the places ), P सम्बंमओ, Pom. गुणसागरो, P जसप भारो. 8 ) P बिय for चिय. 9 > > वि for महा, 10 P मंतिसामंतिसामंत, Pom. मंति, P जं for तं, P गुरुयणं for गुरुं, Padds सहोयरं पिव before मिर्च 11) Pom. बंधुं पिब, Pom. ति. 12) णुकेरो, P नवरि. 13 ) P दिट्ठी, P गुरुय 14 ) Pom. य. 15) J दक्खिणेणं, Pछ for त्रि. 16 ) P om. महा, P व्हाइसुईभूयस्स 17 ) भयवं, P जाब for 18) P पुष्प, P वालओ, P पुष्प. 19 Pom. नर. 20 ) P महुमतयमेत्त, Jom. भमिर, P रिछोलीपक्खावली, 21) P निवासिओ, P चेव for चेहय, P सस्स for सीसगण, P 'नंदणो नाम- 22 ) P वियसमाण, भुमलयालपण. मंगभीना नवरदविनीसंदिरा से लियो for सेवडर 24 ) सविन् पढमं for मं. 25 ) P साहेमि for साहसि, P भगवं, P बप्पहाणेणं अणायणेणं अणा 26 ) P सुरहि, बलीहिय 27 ) P तविज्जति P नयर for णवरि. 28 ) मयनं. 29 ) P पयस्स बुद्धी, Pom. जं, P फलं for फूलयं ति, som (दुवारे. 30) om. मंतिणा भणिय, दवापस P सुरक्खस्स केभारणे अद्ध, om. वि. 31 मेरांचेय P मंजरी, तुरंगमो, Pom. य, P राइणो पुरंदरयन्तस्स. 32 ) Pom. य, P तुरंगमाओ, P पषिट्ठो, Pom, य, P स्वच्छ राया पुरंदरयतो उयस पिऊण या !. 33 ) P दूव्य, P तुज्झ गंदी.
ताव.
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