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२८ उज्जोयणसूरिविरड्या
[६६२1घोराणल ब्व । लंकाउरि-जइसिया, पवय-वंद्र-मत-महासाल-पलास-संकुल व्व त्ति । अवि य कहिंचि मत्त-मायंग- 1 भजमाण-चंदण-वण-णिम्महंत-सुरहि-परिमला, कहिंचि घोर-चग्ध-चवेडा-घाय-णिहय-वण-महिस-रुहिरारुणा, कहिंचि दरियहरि-णहर-पहर-करि-सिर-णीहरंत-तार-मुत्तावयर-णिरंतर-रेहिरा, कहिंचि पक्कल-महा-कोल-दाढाभिघाय बाइज्जत-मत्त-वण- १ महिसा, कहिंचि मत्त-महा-महिस-जुज्झत-गवल-संघ-सह-भीसणा, कहिंचि पुलिंद सुंदरी-वंद्र-समुच्चीयमाण-जाहला, कहिंचि दव-डज्झमाण-वेणु-वण-फुडिय-फुड-मुत्ताहलुज्जला, कहिंचि किराय-णिवहाणुहम्ममाण-मय-कुला, कहिंचि पवय6 वंद-संचरंत बुक्कार-राव-भीसणा, कहिंचि खर-फरुस-चीरि-विराव-राविया, कहिंचि उदंड-तडुविय-सिहंडि-कलाव-रेहिरा, . कहिंचि मह-मत्त-मुइय-भमिर-भमर-झंकार-राव-मणहरा, कहिंचि फल-समिद्धि-मुइय-कीर-किलिकिलेंत-सह-सुंदरा, कहिंचि वाल-मेत्त-मुझंत-हम्ममाण-चमर-चामरि-गणा, कहिंचि उद्दाम-संचरंत-वण-तुरंग-हेसा-रव-गम्भिणा, कहिंचि किराय-डिंभहम्ममाण-महु-भामरा, कहिंचि किंगर-मिहुण-संगीय-महुर-गीयायण्णण-रस-वसागय-मिलंत-णिञ्चल-ट्टिय-य-गवय-मयउल . त्ति । अवि य। सललिय-वण-किकिराया तहा सल्लई-वेणु-हिंताल-तालाउला साल-सज्जजुणा-णिब-बब्बूल-बोरी-कर्यबंब-जंबू-महापाडला
सोग-पुण्णाग-णागाउला। 9 कुसुम-भर-विभग्ग-फुल्लाहि सालाहि सत्तच्छयामोय-मन्नत-णाणा-विहंगेहिँ सारंग-देहि कोलाहलुद्दाम-झंकार-णिहाय
माणेहिँ ता चामरी-सेरि-सत्थेहि रम्माउला । 16 पसरिय-सिरिचंदणामोय-लुद्धालि-झंकाररावाणुबझत-दप्पुडुरं सीह-सावेहि हम्मंत-मायंग-कुंभत्थलुच्छल्ल मुत्ताहलुग्घाय-16
पेरंत-गुंजत-तारेहि सा रेहिरा । सबर-णियर-सह-गद्दब्भ-पूरंत-बोकार-बीहच्छ-सारंग-धावंत-वेयाणिलुद्धय-फुल्लिल्ल-साहीण-साहा-विलग्गावडंतेहि फुल्लेहिंसा
सोहिय, त्ति । अवि य । 18 बहु-सावय-सेविय-भीसणयं बहु-रुक्ख-सहस्स-समाउलयं । बहु-सेल-गई-सय-दुग्गमयं इय पेच्छइ तं कुमरो वणयं ॥ ति
६६३) तं च तारिसं पेच्छतो महा-भीसण वर्णतरं कुमारो कुवलयचंदो असंभंतो मयवइ-किसोरमओ इव जाव थोवंतरं शवञ्चइ ताव पेच्छइ
खेल्लंति बग्ध-वसहे मुइए कीलंति केसरि-गईदे । मय-दीविए वि समय विहरति असंकिय-पयारे॥
पेच्छइ य तुरय-महिसे सिंगग्गुल्लिहण-सुह-णिमीलच्छे । कोल-वराहे राहे अवरोप्पर-केलि-कय-हरिसे ॥ - हरि-सरहे कीलंते पेच्छइ रणं-दुरेह-मजारे । अहि-मंगुसे य समय कोसिय-काए य रुक्खग्गे ॥
अण्णोण्ण-विरुद्धाइ वि इय राय-सुओ समं पलोएछ । वीसंभ-णिन्भर-रसे सयले वण-सावए तत्थ । तओ एवं च एरिसं वुत्र्ततं पुलोइऊण चिंतियं कुमार-कुवलयचंदेण । 'अब्वो, कि पि विम्हावणीयं एयं ति । जेण १ अण्णोण्ण-विरूदाई वि जाइँ पढिज्जति सयल-सत्थेसु । इह ताई चिय रइ-संगयाई एयं तु अच्छरियं । ता केण उण कारणेण इम एरिसं ति । अहवा चिंतेमि ताव । हूं, होइ विरुद्धाण वि उप्पाय-काले पेम्म, पेम्म-परवसाण कलहो
त्ति । अहवा ण होइ एसो उप्पाओ, जेण सिणिद्ध-स्सरा अवरोप्परं केलि-मुइया संत-दिसिट्ठाणेसु चिटुंति, उप्पायए पुण 30 दित्त-सरा दित्त-ट्ठाण-ट्ठिया य अणवरयं सुइ-विरसं करयरेंति सउण-सावय-गणा । एए पुण एवं ति : तेण जाणिमो ण 30
उप्पाओ त्ति । ता किं पुण इमं होज्जा । अहवा जाणियं मए । कोइ एत्थ महारिसी महप्पा संणिहिमओ परिवसइ । तस्स भगवओ उवसम-प्पभावेण विरूद्धाण पि पेम्म अवरोप्परं सउण-सावयाण जायइ'त्ति । एवं च चिंतयतो कुमार-कुवलयचंदो 33 जाव वञ्चइ थोवंतरं ताव
अइ-णिद्ध-बहल-पत्तल-णीलुब्वेलंत-किसलय-सणाई । पेच्छद कुवलयचंदो महावर्ड जलय-वंद्र व ॥
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1) व for ब्व, P चंदु for वंद्र, संकुलं च. 2) सुरभि, अहह for घाय, om. णिय. 3) Pनियर for णिरंतर, Pom. मत्त. 4)गुंजाफला. 5) घेणुधण for वेणुवण, न कहिं किराय, Pणुगम्ममाणमयउला. 6)चिरि विराय, तडवि, P तहवियढ. 7) Pom. भमिर, J दल for फल, P किलिगिलंत. 8) Pतुरंगमहिसारव. 9) ट्ठियागय. 11) नव for वण, JP किकिराय, P माउला for तालाउला, P सज्जणा. P वम्भूलया, P कयंबव्यहवाड्यासोयपुण्णायनायाउला. 13)Pविहग, 3 फुलेहि, P नच्चंत for मजत, P झंकाराणिदायमणिहहो. 14) Pसरि for सेरि. 15) बुझंतदुप्पुद्धरं, ' मुत्ताहलुप्पाय, P मुत्ताफलुग्घायाफेरंतकुजतारहिं च सा. 16) Jom तारेहिं सा. 17) P बोकाहिं वीभच्छ, वेताणिलुछु, J वलीलया for फुल्लिल्ल, P विवग्गावडं', Pom. फुलेहि, सु for सा. 18) Porm. अवि य. 19) Pसहस्सउ समा',Jom. ति. 20) " कुमारकुर्व, मयमवई किसोरोउविजइ जाव. 22) खेलंति, P मुइया, P मेयदीवएहि समयं, P पयारो. 23) तुरियमहिसो,
"लेहणा, P वराहराहे. 24) P कीलंतो, ' दुरेय P दुरेहि, P मंगुसेहि, Pom. य. 25) व for वि, P रायसुयसुयं पलों 26) Jul for एवं, P पुलइऊण, Pइमं ति । तेण for एयं etc. 27) कह for रइ. 28) Pहुं. 29)P एरिसो for एसो, जेण ण, जेणासनिळू', Pट्ठाणे महप्पा, Pom. 'सु चिटुंति, उप्पायए to एत्थ महारिसी. 32) भगवतो, ' सण for सउण, जाय ति, एयं for एवं, विचिंतयंतो. 34) निद्धता; P नीलवेहंत, चंदु ब्व P चंदं व.
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