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एसो वि पहरह थिय कडिय करवाल भीसणो पुरिसो जइ कद वि जिओ कर्ज से कत्थ पावि होइ वि कुमार मए लिहिया सुप सारिया व पंजरए एसा वि का वि महिला वियणा-वस-मउलमाण-णयणिला । पसव के पि विभायं सारिच्छ मिणं मए लिहियं ॥ जो पसवद इद बालो सो संदेहम्मि हुए वरभो । संकोदियंगमंगो जीवेक मरेज वा पूर्ण ॥ एसा वि एत्थ महिला दोहाइत गुज्झ विषणाए । खर- विरसाइ रसंती पीडिह सरस-पोति ॥ एसा विलिहिया का विवाण चेप बीहरिवं । अण्णाएँ मयं वा मयाई अह दो विभवराई ॥
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उजोषणसूरिविरइया
ण व चिंतेद् अण्णो खणेण किं मे समादते ॥ जद कद वि एस णिनो संबद्धो मज्झ पायेण ॥ पुत्र-कर्य देवता अयंचगणिबंधंता ॥
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२९७) परिणिनं तो हिद्दिनो अह पेच्छ कुमर बेदीए तूर-रव-मंगलेहिं चिर-महिला बिलासेहिं ॥ णय जाणए वराओ संसारो एस दुक्ख-सय-पउरो । हत्थेहि मए गहिओ महाए महिल ति काऊण ॥ णचंतिते वि तुट्ठा कर परिणीयं ति मूढया पुरिसा । ण य रोयंति अघण्णा दुक्ख समुद्दे इमो छूढो ॥ एसो वि मए लिहिओ कुमार उत्ताण-सायओ बालो । आउं ति परं भणिरो अण्णं वरओ ण-याणाइ ॥ एसो सोधि अण्णो कीलइ अह कीलणेहि बालो त्ति । असुई पि असइ मूढो ण य जाणइ कं पि अत्ताणं ॥ एवं सोच्चि कुमरो कुक्कुड सुय-सारियाय मेसेहिं । दुल्ललिओ अह वियरद्द अहं ति गब्वं समुव्वहिरो ॥ एसो पुणो वि तरुणो रमइ जहिच्छाए कण्ण-जुवईहिं । कामत्थेसु पयत्तद्द मूढो धम्मं ण याणाइ ॥
एसो सो चेय पुणो मज्झारो बाल-सत्थ-परियरिओ । अणुविद्ध-पलिय-सीसो लग्गइ ण तहा वि धम्मम्मि ॥ एसो सो चेय थेरो लिहिओ अह वियलमाण- वलि वलिओ । बालेहिं वि परिभूओ उब्वियणिज्जो य तरुणीहिं ॥ एसो विभम मर्क्स दीगो अह नियय-कम्म-दोसेन एणि कुइ धम्मं पुणो वि न होहि दरिदो ॥ एसो वि को विलिहिलो रोरो घेरो य सत्थर- णिवण्णो चीवर-कंधोय पुत्र-कर्ष चेय देतो ॥ एसो वि को वि भोगी कन्य-गुण्णो अचार सुद्ध-सिणो। अण्णे करैति भाणं पुग्न अण्णान दोसेहिं ॥
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२९८ ) एसो वि को वि लिहिओ राया जंपाण-पवहणारूढो । पुरिसेहिं चिय वुज्झइ जम्मंतर पाव- चहएहिं ॥ वि मए लिड़िया संगामे पहर मेहिं जुता व जार्गति वराया अवस्य र इमेति ॥ सो वि इ-नाहो अच्छा सहाय सुद्द सिणीसेसिव सामंतो मत्तो मागेण व पत्तो ॥ एयस्स पंच कवला ते च्चिय वासाई दोण्णि काई चि । एक चिय से महिला असरालं वढए पावं ॥ एसो वि को विपुरिसो लोह-महम्माह-परिमाहायलो पइसइ भीमं उयहिं जीयं चित्र असणो मोनुं ॥ एसो वि को विपुरिसो जीविय हेऊण मरण-भय-रहिओ । कुणइ पर-दव्व-हरणं ण य जाणइ बहुयरं मरणं ॥ सोविएत्थ लिहिजो महद भीम-काल-बीभच्छो पुरियो चिय गेन्तो जाले मच्छ-संचाए ॥ व्यय जान उण एवं का कत्थ तवं किं धोवं किं बहु किं वप्य-हिये पर हियं वा ॥ एए वि एत्थ वणिया सच्चं अलियं व जंपिडं अत्थं । विढर्वेति मूढ-मणसा परिणामं णेय चिंतेंति ॥ एए वि के विपुरिसा वेरग्ग- परा घराई मोत्तूण । सार्हेति मोक्ख-मग्गं कह वि विसुद्धेण जोएणं ॥ एयं कुमार लिहियं मणुयाणं विद्ध-ठाणयं रम्मं । संखेवेणं चिय से वित्थरओ को व साहेजा ॥ ६२९९ ) एवं पिवेच्छ पत्थव तिरिय-समूहस्स जं मए लिहिये सोहणम सोहणं वा दिमाइ विद्वी पसाएण ॥ सुणितं चित्त कामु मु निम्माओ से दे दिहिं खर्णतरं सा वर-पुरिस | सीहेण हम्मद गओ गएण सीहो ति पेच्छ णरणाह । एस य मभ मईदेण मारिभो रण्ण - मज्झमि ॥
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10) P
1 ) P अउणो खणेण किमे. 2 ) P णिहिओ, om. कत्थ, P सव्वद्धा मज्झ सावेण ॥. 3 ) P एते, P सउणया for सारिया, वेर्तेता for वेयंता, P अण्णं च णयं निबद्धता 4 ) P मउलमालण, P पसवइ किं पि. 5) J वट्ट, वराओ P घरओ, P "अंगसंगो 6 ) मुज्झ for गुज्झ, P पीहिलिज्जइ, पोत्ती व्व. 7 > or inter. एत्थ & वि, P को for का P मएयं for मयं. 8 ) कुमार वेईएP कुरवेदीए 9 ) P गइ जागइए बराओ, संसारवि for संसारो, P हत्थेण मए, Pom. महाए. रोवंति अउण्णा- 11) उत्ताणसोयओ, P आउत्ति, P भणिओ रो, अगा P अणं. 12 ) र सोद्धि for सो धि, P एसो सोयम्बे पुणो कीलइ, P असुइम्मि असुइ ढोणय, P किं पि. 13 ) P एसो for एवं 14 ) Pकंनजुवतीण ।. 15) P सोय. 16 P repeats अह, P वलओ, परिहूओ P परिभूओ व्वियणिज्जो. 17 ) P इयर for नियय, दोसेहिं, P अ for अह. 18) P om. चेव वेतो. 19 ) P पुव्वय अण्णाण 20 ) P चिय, र बुब्भइ for बुज्झर, P पावपवाहेहिं. 21 ) P एते, P जुता, Pणय ज्झाणंति, P इमेहिं ति. 22 ) P सामन्नो मन्नो माणेण परयत्तो ॥ 23 ) P काई वि, P एक विय, P असाल. 24 ) P पयसरइ भीमओअहि जीयं. 25 ) हेतूय P हेऊण, P भीओ for रहिओ. 27 ) P अउणो, थोअं. 28 ) P एते, वण्णिया, मणसो. 29 ) P एते, J सार्वेति P साइंति, P जोगेणं. 30 ) १ सो for से, को व्व साहेज्ज ॥. 31)P एवं च for एवं पि, लिहिउं ।, P om. सोहणमसोद्दणं वा etc. to ताव वरपुरिस 33 ) P सोहण for सीहेण, P गएत्ति सीहो, P repeats एस.
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