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उज्जोयणसूरिविरया
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९ २३० ) अस्थि पुहई-पयासा उववण-वण-संणिवेस-रमणिज्जा । रयणाउरिति णामं जण णिवहुद्दाम-गंभीरा ॥ जहिं च पण कुल पि पवन-पदलमाण कोटि-पाया-पाई भसेस- सत्यत्य-विम्याबाई पंजर- सुब- सारिया- निहायई, 3 विडिय - विरूप-रूप- सोडा-समुदय चकियवाण, विरुव-लावण्ण-विनिजिय-मच्छर-कच्छप
णावर बालियर
त्ति । अवि य ।
जं तत् किंचि अह लोए हुये ति परिहवावडिये इयर-जवरीण से चित्र पतिय पदमं गणिनेा ॥ 6 श्रीए णयरीए राया रचणमउडो णाम ।
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जो होइ जो घणो को पसाए सनुपई दीणाण गब्बियाण व पवडे धण-खमा पहरेहिं ॥ सम्माण समत्यो यो तस्स गुणे । तमो तस्स व राहूणो दुबे पुत्ता, तं जहा दप्यफलिहो याहुफलिहो य एवं च 9 तस्स रजे अणुपालयंतस्स एक्कम्मि दियहे अमावसाए परिहरिय-सयल- संणिहिय-पाय-पयत्य-सत्यस्स पभस-समए वासहरयं पविस्स णीसारियल-महिला-बिलासिणीवणस्स लट्ठिप्यईद-सिद्दाए दिट्टी विलग्गा तभो किं-किं पतितस्त्र भागओ सम्म पईये एक पर्यो। सो तं पयसि मलिक इच्छट तओ राइणा पव-अनुपा-सहावेण चिंतियं 'अरे, पराओ 12 अण्णा मोहिओ पडिदिइ इमम्मि पहुंचे, ता मा बरानो जति णि गदिनो करवले, घेत्तृण पक्खितो कबाट- 12 विवरंतरेण । परिवत मेचे चेय पुगो समागओ पुणो वि वितियं णरवणा 'अहो, पेच्छह विहि-विहियत्तणं पगरस' पुणेो भागओ, पुणे महिलो, पक्सित्तो व पुणो वि आगमो तो चिंतियं णरवणा 'अहो एवं लोट सुनीय किर उपाय15 रक्सिओ पुरियो पास-सर्व जीवति वा पेच्छामि किं उपाए मधुनो सयासाओं रक्खा का हवइ, किंवा नव'सि 15 चितले गहिमो पुणो पयंगो। 'दे इमं क्लामि जइ एस इमाओ मधु-मुद्दाओ रखियो होजा, ता जाणिमो अि वेजोस हेहिं वि मरण-परित्ता । अह एस ण जीविहिइ मए वि रक्खिजमाणो, ता णत्थि सरणं माणो त्ति, परलोग-हियं 18 वरति चिंतते पोइयाई पासाई दिई च एवं उग्पादियं समुमी तमो राइणा शति पक्सित्तो तम्मि 18 समुग्गयम्मि सो पयंगो, ठहओ य उवरिं, पक्खित्तो य अत्तणो ऊसीसए। एवं च काऊण एसुत्तो राया, पडिबुद्धो गिद्दा -खए चिंतिउं पयत्तो। 'अहो, पेच्छामि किं तस्स पयंगस्स मह उवाएणं कयं' ति गहिउं समुग्गयं णिरूवियं मणि-पदीवेण जाव पेच्छह 21 कुड्डु-गिरोलियं ति । तं च दट्ठण पुलइयं णिडणं, ण य सो दीसइ । तओ चिंतियं राइणा ' अवस्सं सो इमीए खइओ 21 होदिइ ति अहो धिरधु जीव-सोयरस जेण
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रक्खामि ति सयहं पक्खित्तो एस सो समुग्गम्मि । एत्थ वि इमीए खइओ ण य मोक्खो अत्थि विहियस्स ॥
जेतिय- मेरो कम्मं पु-कथं राग-दोस- लुसेण तेत्तिय मे से देह फलं
संदेहो
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वेजा करेंति किरियं ओसह जोएहिं मंत-बल-जुत्ता । णेय करेंति वराया ण कयं जं पुब्व - जम्मम्मि ॥ पच जेण इमो भए पर्वगो समुम्मए छूढो गिलिलो गिरोलियाए को किर मंजूर रक्खेा ॥ साथि कृत्य सरण सयले वि सुरासुरम्म लोयग्मि जं जं पुरतं चित्र भुजाए एवं ॥ ता कीस एस लोओ ण मुणइ पर-लोय-कज्ज-वावारं । घण-राय-दोस- मूढो सिढिलो धम्मासु किरियासु ॥ इयर एवं सहसा वेग-मग्ग-पडियस्स तारूय कम्म-वसमे जम्मं पुणो भरिये ॥ तबो जाए जा-सरणे संभरिओ राहणा भवो पुग्यो जहपाठिय-पवनो दिव-होयं पाविनो तहया सम्हामो वि चुलो भोए भोगून एक उपवण्णो से पुत्र जन्म-पडिये से पि असेसेण संभरिये ॥
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1 ) P एएसो for पयासा, Jom. वण, रयणपुरि, P लोए for णामं. 2 ) P कुणई, वि for पि, P पि पवयण, णिछाया इं सत्थत्थु - P सत्थनिम्माई पिंजर-- 3) विधियाविरूवसोदा, Jom. लावण्ण पहायचा उर आए. 5 ) Pinter किंचि and तत्थ, P परिहंति वावडियं । अन्न नयरीण, P गणेज्जासु ॥. 6) तीअ रयणाउरी राया. 7 ) P होज for होइ, P कोपरसाद चपणती, पहरा 8 ) Jom. तस्स गुणे, बाहुप्फलिहो, P एवं तस्स य रज्जं. 9) समावासिए for अमावसाए, पाव for पाय. 10) Pom. महिला, P लद्धीपईओ सिहाए, विलग्गो, Pom. one किं. 11 ) P अहिलसिऊणं इच्छा, पयई, P अणुकंपा. J 12) Jom. अण्णाणमोहिओ, P पडीहिइ. 13 ) P मेत्तो, Jom. वि, विविधिअत्तणं P विद्दिविहियं J adds वि in both places after पुणो 14 ) P पखितो, P ततो for तओ, ग्लोए सुणीयति. 15) J रक्खितो, P adds वा before उवएहि. 16 ) P दे रहमं 17 ) P परता, JP जीविहिति P वि खिज्जमाणो 18 ) J चेअ for चेव, P पलोवियाई, P उग्धाडयं, P समुयं for समुग्गं, P मुक्को for पक्खित्तो. 19 ) Jom य, J उसीस, विबुद्धो for पडिबुद्धो 20 ) उगहिअं, मणिपईवेण, P मणिपदीवे जाव पेच्छार, 21) कुण्ड कुडु, P गिरोलयं ति, P राइणो. 22 ) होहिसित्ति, P लोगस्स, P संपयं for जेण. 23 ) P सत्तण्डं, P मे for सो, P om. एत्थ वि इमीए ete. to पुत्रजन्मम्मि 24 )
P
जत्तिय
25 ) उ णय for णेय 26) Jगरोलियाए. 27 ) P लोगंमि, P पुब्वरइयं, P भुंजए. 28 ) P लोए for लोओ,
J लोअ for कज्ज, P रागद्दोस 29 ) P नरवरणा, P क्खयओव", P जंमो पुणो 30 ) P पुव्वभवो for भवो पुग्दो, P पार्णिय for पालिय. 31 ) P भुओ for चुओ, P य तेण for असेसेण.
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