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उज्जोयणसूरिविरइया
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1 समुट्ठिओ य रायतणओ । उवगया य तस्सासम-पएसस्स दक्खिणं दिसा-भायं । थोयंतरेण दिहं एक्कम्मि ऊसिय- सिय-विंझ- 1 गिरि - सिहर-कुतरालम्मि विमल-मलुकलिया- सरि-सीयल-जलोज्झरं । तत्थ य तीर-तरुवरस्स हेलो संटिओ । संठियाणि 8 मियाई वक्कलाई । कुसुम-पुढयाई गहियाई । फलिहामलिणीय पडियाई सुक्कामलाई रुक्खाइं सिला लम्मि । उल्लियाई 3 उमंगाई मजिया जहिच्छे परिहियाई कोमल धोय धवल-कल-दुलाई गहिये परमिणी पुढ जलं तं च घेण चलिया उत्तरं दिसामोये सत्य एकम्मि गिरि-कंदराभोट दिट्ठा भगवभो पदम-तित्थ-पवत्तगस्स उसद- सामिस्स 6 फलिह - रयणमई महापडिमा । तं च दट्ठण णिब्भर भत्ति भरावणउत्तमंगेण 'णमो भगवओ पढम- तित्थयरस्स' त्ति भणमाणेण 6 कमो कुमारेण पणामो तो दाणिओ भगवं विमल-सलिलेण, आरोवियाई जल-लय-कुसुमाई तो कब-पूया महाविहिणा थोऊण पयत्ता | अवि य ।
9 जय पढम-पया- पत्थिव जय सयल-कला-कलाव-सत्थाह । जय पढम-धम्म- देसिय जय सासय-सोक्ख-संपण्ण ॥ सि भणमाणेण णमिए चणे। तभो पुणियाए वि भगिये ।
'लंछण-लंछिय- वच्छलाए पीण-समुण्णय-भुय-जुयलाए । मत्त महागय- गइ सरिसाए तुज्झ णमामि पए जिणयंद ॥' 18 सि भणतीए पणमिओ भगर्व बंदिओ व रायतयभो । सुपुण वि भणियं ।
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'तिरिया विजे सउण्णयों तुह वपण पाचिकण होमम्मि पार्वति से वि सग्गयें तेण तु पणमिमो पयते ॥' ति इमाए य गीइयाए धुनिऊण विडिओो चलपणेसु कीरो । पुणो बंदियो कुमारो एपिवाए तमो बागया से पर्स 15 जत्थासमं । तत्थ य पडियमायाई मय- सिलिंबाई, संवग्गियाई वाणर-लीचाई, मोजिवाई बसेस सुय-सारिया-सउण- सावय- 15 संघाई | पणमिया च कुमारस्स सुह-सीयल-साउ- सुरहि-पिक्क-पीवर-वण-फलाई । पच्छा जिमियं एणियाए कीरेण य ।
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२१५) तो बात सुई- सत्र्वेदिय-गामाण व विविध-सत्य-कला-कहा- देसि भासा णाण दंसण - चरित - तित्यादिसय18 बेरमा कहासुं अच्छेवार्ण समागर्व एवं पत्त-सबरि-सवर जुवलयं तं च केरिसं । अवि य । कोमल-दीहर-बली बबुद्ध जया-कलाव-सोहिलं जाणा-विह-वण-तरुवर कुसुम-सयाबद्ध चम्मेहं ॥ गिरि-कुहर- विवद सामल - घाट -रसोबलिय- सामलच्छाये सिय-पीय रतवत्सय पचिर-पश्चिक-पइरिकं ॥ अथोर - थणत्थल-घोलमाण- गुंजावली- पसाहणयं । सिय-सिहि-पिंछ विणिम्मिय-चूडालंकार - राइलं ॥ --- दाण-पण यह-रियाले नवशेप्पर-सीबिय पच-वकलुकेर परिणये ॥ ति । अविव । कोलडल-कालय दाहिणइत्यम्मि दीदरं कंटं वामे कत-य-दंड-सच्छदं धनुवरं धरियं ॥ 24 तस्स य सबर - जुवाणस्स पासम्मि केरिसा वर जुवाणिया । भवि य ।
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बहु-मुत्ताहल-रुहरा चंदण-गय-दंत वावडा सुयणू । सिय-चारु चमर-सोहा सबरी णयरी भयोज्झ ग्य ॥ उवसप्पण य तेहि कमी पणामो रामउत्तस्स पुणियार कीरस्स य णिसण्णा व एकम्मि दूर-सिलावलम्मि । पुच्छिया व एणियाए सरीर-कुसल बट्टमाणी साहिया व तेहिं पणडत्तमंगेहिं ण उण वायारणिक्सिकाल धरणी सुहासणत्था जावा । कुमारेण व असंभावणीय-रूप-सोहा-विरुद्ध-सबर- बेस- कोलुप्फुल- सोयण-गुयलेण च वियच्छि पायमानो जाब सिमी ति चिंतियं चहियण विप,
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एकस्स देहि चिहवं रूवं अण्णस्स भोइणो अण्णे । इय देव्व साहसु फुडं कोडिलं करथ से घटियं ॥
ता चिरत्यु भावस्य ण कर्म सक्सहिं विडियाई उक्खणाई, अप्यमाणाई सत्चाई, भसारीकया गुणा, अकारण बेसायारो, सम्पदा सम्बं विवरीयं । अण्णा कत्य इमं रूवं उग-यंजन-भूसिये, कत्य वा इमं इयर पुरिस-विरुद्ध
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1 ) Jom. य before रायतणओ, P पएसस्स पच्छिमद क्खिणदिसा, एकं for एकम्मि, ऊससियं विंश, विंझरि 2) J - जलतरुक्कलियासलहलं सीअल, हेट्टाओ, P संठिया निम्मियाई. 3) Pom. कुसुमपुरवा, फालिभामहिणीयरूपडिया 4) परिहिआ कोमल, J om. पउमिणी. 5 > वलिया for चलिया, Pom. पढम, पवत्तयस्स उसभ J 6) फडिअ for फलिह, om. रयण, भत्तिम्भरावणयुक्त मंगेण, P वणपुत्त मंगेण 7 ) inter. पणामो and कुमारेण, P थलकुसुमाई. 8 ) विहाणाt for महाविहिणा, P थुणिऊण for थोऊण. 9 ) व जय for सयल, Pom. कला, P सत्थाहं ।, P देसय. 10) Pom. तओ, एणिआय P परियार 11 ) P -लच्छिय, P भुयलाए, जिणयंदाए ति 12 ) P सूरण. 13 ) P सवण्णया, P पत्तएण 14 ) Jom. ति, P एमाए, एणिआय P पणियाई, P आगयाइ तं. 15 ) पअिगिआई, सेस for असेस. 16 ) P सीयलाओ साओ, 3 वणहलाई १ वणप्फलाई. 17 ) P देसिहासा, P तित्थाइ सयवरग्ग 19) [दीहरपक्षी बीनबुद्ध तरुपर, समाबद्ध 20 पीन for पीतवण 21) राहिलं. 22 Jom. घण, J वट्ठ for वह, 23 ) P वाम 24 ) P वरजुयाणिय. 26 > P य तर्हि, Pom. य. 27 ) पणयुत्त मंगेहिं, om. तं. 28 P रूयं, J देव, P कोहेलं, ए for ते, पढिमं P पडियं. 32) सर्वजण भूि
18 ) P पतं, Jom. सबरि. चचिय, सचिक for पश्चि
25 ) P सुयणु, ग् अयोज्ज्ञ.
लोभजुअलेण. 29 ) P सिरगं. 30 ) P देश, 31 ) P रूवस्स for भावरस, कलुणेहिं for लक्खणेहिं, उप्पमाणाई.
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