________________ (178 सुखी होने का उपाय) मुझे आत्मोपलब्धि हो सकेगी। ऐसे दृढ़तम निर्णय को प्राप्त आत्मार्थी भाग-३ में बताई जानेवाली प्रक्रिया के अनुसार आत्मोपलब्धि प्राप्त कर चिरकाल सुखी हो सकता है। तभी आत्मार्थी बन्धु यथार्थ मार्ग समझकर निर्णय एवं विश्वास में लाकर पुरूषार्थ कर आत्मलाभ प्राप्त करें-इसी भावना के साथ विराम लेता हूँ। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org