________________
कूणिक
( मथुरा-संग्रहालय में संगृहीत एक मूर्ति ) इस पर शिलालेख है :
( दाहिनी ओर ) निभद प्र सेनी ज[]] सत्रु राजो [सि] र [7] ( सामने ) ४,२० (य) १० (ड) - ८ ( ही या हृी ) कूणिक सेवासि नागो मागधानाम् राजा
-जर्नल आव बिहार ऐंड उड़ीसा रिसर्च सोसाइटी खंड ५, अंक ४
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org