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चौरासी लाख उत्पलांग
उत्पल
पद्मांग
पद्म
नलिनांग
नलिन
"7
31
37
31
23
.
ती. म. २
39
37
31
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29
13
,
11
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अर्थनिपुराङ्ग
अर्थनिपुर
अयुतांग
अयुत
प्रयुताङ्ग
प्रयुत
नयुतांग
नयुत
चूलिकांग
चूलिका
शीर्ष प्रहेलिकांग
(१७)
१ उत्पल
१ पद्मग
१ पद्म
१ नलिनांग
१ नलिन
१ अर्थनिपुराङ्ग १ अर्थनिपुर
१ अयुतांग
१ अयुत
१ प्रयुतांग
१ प्रयुत
१ नयुतांग
१ नयुत
१ चूलिकांग
(१) शीर्षप्रहेलिकाङ्काः स्युश्चतुर्णवति युक्शतं । अङ्कस्थानाभिधाश्चेमाः श्रित्वा माथुरवाचनाम् ॥ १२ ॥
१ चूलिका
१ शीर्ष प्रहेलिकांग
१ शीर्ष प्रहेलिका '
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इस संख्या में ५४ अंक और १४० सिफर होती है । वह इस प्रकार है :
----काललोकप्रकाश, सर्ग २६, पृ० १४३
७५८२६३२५३०७३०१०२४११५७६७३५६६६७५६६६४०६२१८६६६८४८०८०१८३२६६००००००००००००००००००००००००००००
-000000०००००००००००००००००००००००००००००००००००
00000000000000000000000000000000000000000
000000000000000000000000000000
— काललोकप्रकाश, पृष्ठ १४; अज्ञानतिमिरभास्कर, पृष्ठ १४६
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