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आ ग्रन्थसर्जनना प्रेरक, मार्गदर्शक अने संशोधक
सिद्धान्तमहोदधि सुविशालगच्छाधिपति संघकौशल्याधार कर्म शाखरहस्यवेदी शासनशिरताज परमपूज्य आचार्यदेव श्रीमद् विजय प्रेमसूरीश्वरजी महाराजा
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