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बंधविहाणं
मूलपयडि
विइ-बंधी
(मूलप्रकृति-रितिबन्धः) 'प्रेमप्रभा टीका-समलङ्कत:
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शांतिलाल दोश
Kा प्रेरका मार्गदर्शकाः संशोधकाश्च
सिद्धान्तमहोदधि-कर्मशास्त्रनिष्णाताआचाटेवाश्रीमद विजयप्रेमसूरीश्वराःOY
प्रकाशिका-भारतीय-प्राच्य-तत्त्व-प्रकाशन समिति, पिंडवाः
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