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संवत् १६७० ( अ० क० पद्य ३८६-८७ के अनुसार )
-अजितनाथके छन्द
२ – नाममाला
संवत् १६८० (५९६-९७ )
३- ग्यानपचीसी
४- ध्यानबत्तीसी
५ - अध्यातमके गीत
६ - शिवमन्दिर ( कल्याणमंदिर )
सं० १६८० - ९२ के बीच ( ६१५ - २८ )
७ – सूक्तिमुक्तावली
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८ - अध्यातमबत्तीसी
६- पैड़ी (मोक्षपैड़ी )
१०
-फाग धमाल ( अध्यातम फाग ) ११ - ( भवं ) सिन्धुचतुर्दशी
१२ - प्रास्ताविक फुटकर कविता १३ - शिवपचीसी
१४ – सहसअठोतर नाम (सहस्रनाम ) १५ – कर्मछत्तीसी
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१६ --- झूलना ( परमार्थ हिंडोलना )
१७ -अन्तर रावन राम ( राग सारंग )
१८ - दोइ बिध आँखें ( राग गौरी )
१९ - दो वचनिका ( परमार्थ वचनिका, उपादान निमित्तकी चिट्ठी ) २०- - अष्टक गीत ( शारदाष्टक )
२१. -अवस्थाष्टक
२२ - षट्दर्शनिष्टक
२३ -- गीत बहुत (अध्यात्मपद पंक्ति के २१ पद)
१ - ' नाममाला ' बनारसीविलास में संग्रह नहीं की गई है, अलग है । २ - जयपुरसे प्रकाशित बनारसी विलासमें ७ ही पद छपे हैं, शेष 'छूट गये हैं।
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